रायगढ़। हाथी के साथ सेल्फी लेना एक युवक को उस समय महंगा पड़ा, जब बौराए अतिकाय के दौड़ाने से वह गड्ढे में गिरकर जख्मी हो गया। वहीं, बोतल्दा पहाड़ से हाईवे में उतरे 11 अतिकायों के झुंड के सक्ती जिले में घुसपैठ करने से वन महकमा अलर्ट हो गया है। सूत्रों के मुताबिक बुधवार शाम रायगढ़-सक्ती राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित बोतल्दा के पहाड़ से एक साथ 11 हाथियों को नीचे उतरते देख लोगों की घिग्घी बंध गई।
चूंकि, गजराजों का यह दल काफी दूर था इसलिए राहगीरों ने मोबाईल फोन से इसका वीडियो बनाते सोशल मीडिया में भी शेयर किया। वहीं, इसकी खबर वन विभाग को लगते ही रेंजर गोकुल यादव अपनी टीम के साथ सक्रिय रहते हुए गजराजों पर नजर जमाए रहे। इस बीच वाहनों की आवाजाही को देख हाथी दल समीपस्थ गांव आने की बजाए नेशनल हाईवे पार कर सीमावर्ती सक्ती जिले में प्रवेश कर गए।
गुरुवार सुबह सक्ती के ग्राम लवसरा-परसदाकला में हाथियों के पहुंचने से हडक़म्प मच गया। अधिकतर ग्रामीण अपने आपको सुरक्षित रखते हुए गजराजों को आगे बढ़ते देख रहे थे। ग्रामीणों की इस भीड़ में परसदा निवासी दुर्गेश नामक एक युवक मोबाईल फोन लेकर हाथियों के पीछे गया और सेल्फी लेने की कोशिश करने लगा। फिर क्या, युवक को मोबाइल चमकाते देख झुंड का एक हाथी उसे दौड़ाने लगा। ऐसे में विशालकाय वन्यप्राणी को अपनी तरफ आते देख डर के मारे दुर्गेश किसी तरह भागते हुए दो खेत पार कर आगे दौड़ रहा था कि गड्ढे में वह जा गिरा।
गनीमत रहा कि ऐन मौके पर हाथी अचानक पलटा और जख्मी दुर्गेश को असहाय पड़े देख वापस अपने झुंड के साथ आगे निकल गया। आक्रामक अतिकाय को पलटकर जाते देख युवक की जान में जान आई, क्योंकि उसे लगा था कि वह जिंदा नहीं बचेगा। वहीं, घायल युवक को लोगों की मदद से परिजन नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां उसका उपचार जारी है।
