रायगढ़। जवान बेटे के बाद भाई की असमय मौत के गम में एक महिला इस कदर डूबी कि उसने जहर पीकर अपनी जान गंवा दी। यह दुखद प्रसंग लैलूंगा थाना क्षेत्र का है। इस संबंध में सहायक उपनिरीक्षक चंदन सिंह नेताम ने बताया कि लैलूंगा से लगभग 12 किलोमीटर दूर ग्राम हीरापुर निवासी गोविंद राम मांझी की 50 वर्षीया पत्नी मंगलासो बाई विगत शनिवार कीटनाशक दवा पी गई।
जहर का असर होने पर महिला की हालत बिगड़ी तो बदहवास परिजन उसे समीपस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां सघन उपचार के बावजूद दूसरे रोज यानी रविवार को उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार के लिए माझी परिवार को सौंपते हुए उनका बयान कलमबंद किया तो खुदख़ुशी की असलियत सामने आ गई।
दरअसल, 3-4 महीने पहले जवान बेटे की असामयिक मृत्यु के सदमे से मंगलासो बाई काफी उदास रहती थी। वहीं, 15 रोज पूर्व भाई के निधन से महिला शोक के महासागर में डूब गई थी। भाई के दशकर्म कार्यक्रम से वापसी के बाद मंगलासो बाई कहती भी थी कि बेटे और भाई की मौत ने उसे तोडक़र रख दिया है और वह जीना नहीं चाहती। ऐसे में माना जा रहा है कि परिजनों से ताउम्र जुदाई की पीड़ा असहनीय लगने पर विवाहिता ने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया है। फिलहाल, मृतिका के पति गोविंद माझी की सूचना पर लैलूंगा पुलिस मर्ग कायम करते हुए छानबीन कर रही है।
