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Raigarh News : अडाणी की माइंस से कौन चोरी कर रहा कोयला ? छत्तीसगढ़ शासन को आवंटित है माइंस, एक ही ट्रांसपोर्टर कर रहा है काम

रायगढ़। खदानों से कोयला चोरी करने वालों पर कार्रवाई हमेशा ही अधूरी ही होती है। इस बार तमनार पुलिस की थ्योरी संदेहास्पद है। माइंस से बिना दस्तावेज गाड़ी निकली, पुलिस ने पकड़ा, ड्राइवर और गार्ड को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा लेकिन ट्रांसपोर्टर कौन था, इसका खुलासा नहीं किया। जबकि इस माइंस में केवल एक ही ट्रांसपोर्टर काम करता है। इसका एमडीओ अडाणी ग्रुप को मिला है।

गत बुधवार को थाना तमनार अंतर्गत गारे पेलमा सेक्टर तीन कोल माइंस से बिना दस्तावेज कोयला निकालने की शिकायत की गई थी। वाहन क्रमांक सीजी-10 आर 7600 के चालक सैफ अली पिता रशीद अली ने खदान के गार्ड चंदन दास की मदद से ट्रेलर वाहन को डिस्पैच गेट से बिना कोई कागजात अंदर प्रवेश कराया। ट्रेलर में कोयला लोडकर बिना कांटाघर में वजन कराए और बिना टीपी बनाए बाहर निकल रहा था। चेकिंग में गाड़ी पकड़ी गई तो शिकायत की गई।

कोयला चोरी की साजिश में पूर्व सुरक्षा कर्मचारी शंकर पटेल, सुरक्षा गार्ड चंदन दास और ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्यरत राहुल कुमार सिंह भी शामिल थे। आरोपी चंदन और सैफ अली को तमनार पुलिस ने हिरासत में लिया। अन्य आरोपी ट्रांसपोर्टर राहुल सिंह और शंकर पटेल को फरार बताया जा रहा है। मामला इतना सीधा नहीं है। गारे पेलमा सेक्टर 3 माइंस का आवंटन छत्तीसगढ़ शासन को किया गया था। सरकार ने इसका एमडीओ अडाणी ग्रुप को दिया है। रोड परिवहन का काम केवल एक ट्रांसपोर्टर जय अंबे कोल को मिला है।

पुलिस ने नहीं दी पूरी जानकारी
दरअसल, इस कोयला खदान से रेलवे साइडिंग तक परिवहन का काम जय अंबे कोल को मिला है। राहुल सिंह भी उसी कंपनी का कर्मचारी है लेकिन पुलिस ने कंपनी का नाम गायब कर दिया। इस माइंस से कोयले की चोरी का यह पहला मामला नहीं है। यह काम कई महीनों से चल रहा था। करोड़ों का कोयला खदान से निकालकर बेच दिया गया है।