रायगढ़, 28 नवंबर। वार्ड क्रमांक 25 की महिला पार्षद के खिलाफ मितानिन द्वारा की गई शिकायत ने अब सियासी रंग ले लिया है। कौहाकुंडा और बेंदराचुंआ के लोगों ने कलेक्ट्रेट में जमकर हल्ला बोला। महिलाओं ने कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए सपना सिदार के खिलाफ हुई शिकायत की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सोमवार को शहर के पहाड़ मन्दिर क्षेत्र की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में अपने पार्षद का पक्ष लेते हुए जमकर अपनी भड़ास निकाली। दरअसल, बीते 24 नवंबर को मितानिन और कुछ लोगों ने पार्षद सपना सिदार के विरुद्ध लिखित शिकायत करते हुए उनकी कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए हैं। यही वजह है कि अब वार्ड नंबर 25 के लोग अब सपना के सपोर्ट में रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधीश श्रीमती रानू साहू के नाम हस्ताक्षरित आवेदन अपर कलेक्टर सन्तन देवी जांगड़े को दिया।
कांग्रेसी झंडा लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों का कहना है कि वार्ड क्रमांक 25 में अधूरे पड़े सामुदायिक भवन को निगम प्रशासन पूरा बनाना चाहती है, पर वह अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया है। बेजाकब्जा की कार्रवाई से बचने के लिए पार्षद को निशाना बनाया जा रहा है, ताकि सामुदायिक भवन निर्माण कार्य रुक जाए। जबकि, वार्ड में सामुदायिक भवन और सड़क की जरूरत सबको है। पार्षद अबतक किसी का मकान तोड़ने के पक्ष में नहीं हैं, गिने चुने को छोड़कर सभी शिकायतकर्ता बेंदराचुंआ के हैं, जिनको पूर्व पार्षद ने कौहाकुंडा में जोड़ा तो सरकारी जमीन खरीद-बिक्री कर उनको बसाया गया है। उनके स्टाम्प पेपर में लिखित लेनदेन का ब्यौरा है। बेंदराचुंआ के अस्तित्व को खतरे में डालने की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सुमित्रा बाई का कहना है कि मितानिन संगीता मैत्री ने अपने पड़ोस में रहने वाले टीबी रोग से ग्रस्त चौकीदार रूसी चौहान का अपेक्षित सहयोग नहीं किया, इसलिए इलाज के अभाव में उसकी जान चली ‘, गई। इसकी शिकायत मृतक चौकीदार की पत्नी ने जनदर्शन में करते हुए मितानिन को हटाने की मांग कर चुकी है। ऐसी स्थिति में ग्राम बेंदराचुंआ के भूखंड में बसे लोगों को निगम क्षेत्र से हटकर ग्राम पंचायत बड़े अतरमुड़ा के ग्राम बेंदराचुंआ में रखते हुए पार्षद सपना सिदार के विरुद्ध की गई शिकायत की सही जांच की जाए। पार्षद सपना सिदार के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों में पूर्णिमा विश्वास, रीना चौहान, गंगाबाई चौहान, पुष्पा यादव, सुनीता चौहान, मनबोध राठिया, रेखा देवांगन, हिना चौहान, रामबाई चौहान, प्रभा यादव, उषा यादव, राधा सिदार, पूर्णिमा श्रीवास, रानी साय, टिकेबाई निषाद, गौरी यादव, सरिता चौहान, मनीषा यादव, मोहरमति कंवर, संजू यादव, गौरी यादव, राधा यादव और सुशीला खड़िया प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
