पांव फिसलने से तालाब में डूबने से महिला की भी मौत
रायगढ़। बच्चों को तैराकी सीखने के दौरान एक अधेड़ शख्स तालाब के गहरे पानी में ऐसे डूबा कि गोताखोरों ने रेस्क्यू कर दूसरे रोज लाश निकाली। इसी तरह पैर फिसलने से तालाब में गिरने से विवाहिता की भी जान चली गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली घटना खरसिया की है। पुरानी बस्ती में रहने वाला अजीत यादव (43 वर्ष) शुक्रवार दोपहर लगभग 3 बजे मटखनवा पार तालाब के पास गुजर रहा था तभी उसने कुछ बच्चों को नहाते देखा। ऐसे में वह भी तालाब में उतरा और बच्चों को तैराकी के गुरभेद बताने लगा। बच्चों को गंभीरता से सुनते देख अजीत तैरना सिखाते हुए यह कहते हुए गहराई में डुबकी लगाया कि गहरे पानी में समाने की स्थिति में तैरकर कैसे अपनी जान बचाएं।
काफी देर के बाद भी अजीत जब बाहर नहीं आया तो चीखते चिल्लाते हुए बदहवास बच्चे दौड़ते हुए बस्ती की तरफ गए और लोगों को इसकी सूचना दी। ऐसे में तालाब में समाए अजीत को देखने भीड़ लगी तो इसकी भनक लगते ही चौकी प्रभारी अमिताभ खांडेकर मौके पर गए और मदद के लिए गोताखोरों को बुलाया। आपातकालीन हालत में पहुंचे गोताखोरों ने रेस्क्यू भी किया, लेकिन दिन ढलने पर शाम को बचाव कार्य रोक दिया गया। शनिवार सुबह गोताखोरों ने तालाब से जब अजीत को खोज निकाला तो वह मृत मिला। अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
इसी तरह दूसरा हादसा तमनार क्षेत्र का है। थाना प्रभारी गंगाप्रसाद बंजारे ने बताया कि तमनार से 15 किलोमीटर दूर ग्राम जोबरो निवासी सुरेंद्र राठिया की 42 वर्षीया बीवी मीना शुक्रवार सुबह तकरीबन 10 बजे नहाने के लिए तालाब गई थी। बरसाती पानी से मिट्टी गीली होने के कारण तालाब किनारे पांव फिसलते ही महिला गहरे पानी में जा गिरी। आसपास मौजूद लोग जब तक तालाब में कूदकर मीना को बाहर निकाल पाते, पानी में डूबने से उसकी ईहलीला समाप्त हो गई। फिलहाल, दोनों घटनाओं की सूचना पर खरसिया और तमनार पुलिस मर्ग कायम करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।


