रायगढ़। बेटी के घर जा रहे बाईक सवार अधेड़ ग्रामीण की भारी वाहन की चपेट में आने से जिंदगी खत्म हो गई। बेलगाम रफ्तार के कहर से फिर किसी बेगुनाह की बलि चढ़ने के यह मामला खरसिया क्षेत्र का है। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक खरसिया के ग्राम कुनकुनी निवासी रामलाल राठिया (52 वर्ष) की बेटी की शादी चीतापानी में हुई, मगर पति की असामयिक मृत्यु होने पर वह ससुराल में अकेली रहती है। यही वजह थी कि कम उम्र में बेवा का जीवन गुजार रही बेटी से मिलने के लिए रामलाल हरेक हफ्ते जाता था।












बुधवार सुबह लगभग 8 बजे रामलाल घर से मोटर सायकिल लेकर बेटी के घर जाने निकला था। इस दौरान रानीसागर के पास किसी वाहन ने उसे ठोक दिया, जिससे वह बाईक सहित गिरकर घायल हो गया। राहगीरों ने हाथ-पैर और सिर से चोटिल शख्स को क्षतिग्रस्त बाईक के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे घायल पड़े देख 112 नंबर डायल कर सूचना दी तो एम्बुलेंस आने पर उसे नजदीकी चपले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, तो प्राथमिक उपचार में उसकी, हालत को खतरे के दायरे में देख रायगढ़ रेफर कर दिया गया।





तदुपरांत, मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल करने पर रातभर जिंदगी और मौत के बीच जूझने वाले रामलाल ने गुरुवार सुबह लगभग 4 बजे दम तोड़ दिया। फिलहाल, अस्पताल की तहरीर पर मर्ग कायम कर पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है. ताकि आरोपी वाहन चालक के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सके।



