रायगढ़, 13 मार्च। अवैध प्लॉटिंग का काम शहर के चारों ओर चल रहा है। ऐसी-ऐसी जगहों पर चुपचाप प्लॉट काटे जा रहे हैं, जहां कोई अधिकारी सोच नहीं सकता। कांशीराम चौक से रेंगालपाली रोड पर गढ़उमरिया में व्यापार विहार नामक कमर्शियल कॉलोनी काटी गई है। दीवार पर व्यापार विहार का नाम लिखकर फोन नंबर भी लिखा गया है। बिल्डर और कॉलोनाईजरों ने शहर के शहर और बाहर किसी भी जमीन पर प्लॉट काटने में महारत हासिल कर ली है। बीते तीन सालों में रायगढ़ में भू-माफिया बहुत ताकतवर हो चुके हैं। उनके काम चुटकियों में होने के कारण प्लॉटिंग भी बहुत आसान हो गई है। बिना अनुमति के केवल पटवारी से मिलकर रजिस्ट्री कराई जा रही है।
एनएच किनारे गढ़उमरिया में व्यापार विहार नामक कॉलोनी काटी गई है। एनएच से करीब डेढ़ सौ मीटर अंदर कॉलोनी का गेट है। बताया जा रहा है कि यहां करीब दस प्लॉट काटे जा चुके हैं। कृषि भूमि को बिना डायवर्सन के बिना अनुमति के बेचा जा रहा है। यहां कुछ निर्माण भी प्रारंभ हो चुके हैं। सीसी रोड आदि तो पहले ही बनाई जा चुकी है। अब यहां बाकी प्लॉट के लिए खरीदार मिल गए हैं। एक-एक कर सबकी रजिस्ट्री कराई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र होने और एनएच से कुछ अंदर होने के कारण प्लॉटिंग करना आसान हो गया है।
बिक्री नकल देने वाले पटवारी का क्या?
व्यापार विहार में कृषि भूमि पर अवैध प्लॉटिंग की गई है। इसका बिक्री नकल देने वाले पटवारी पर भी सवाल उठ रहे हैं। अवैध प्लॉट काटे जाने की जानकारी पटवारी को सबसे पहले होती है, लेकिन जानकारी छिपाकर बिक्री नकल जारी की जाती है। इसके आधार पर रजिस्ट्री भी हो जाती है। जो तहसीलदार प्रमाणीकरण करता है, वही बाद में कार्रवाई भी करता है।
