रायगढ़। जिला कांगे्रस कमेटी (ग्रामीण) की संभावित अध्यक्ष श्रीमती विद्यावती सिदार अपनी दावेदारी से पीछे हट गयी हैं, ऐसा हम बिल्कुल नहीं कह रहे है बल्कि कांग्रेस के विश्वसनीय सूत्रों ने यह दावा किया है। समझा जा रहा है कि विद्यावती सिदार आसन्न विधानसभा चुनाव को ध्यान पर रखते हुए पीछे हटने पर विवश हुईं है। शहर व जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) की प्रस्तावित नियुक्तियों को लेकर चल रहा सियासी शह व मात का खेल अब निर्णायक दौर में पहुंच गया है।
इस बीच ऐसी खबरे आ रही हैं कि श्रीमती विद्यावती कुंजबिहारी सिदार ने अपने कदम वापस खींच लिये हैं। कारण भी स्पष्ट हैं और यह भी साफ है कि विद्यावती सिदार टिकट पर फिर प्रबल दावा करेंगी। हालांकि विद्यावती सिदार के पीछे हटने से ग्रामीण अध्यक्ष के अन्य दावेदार इस बात को लेकर खुश हैं कि संघर्ष का एक पड़ाव तो कम से कम समाप्त हुआ। सूत्रों की मानें तो श्रीमती विद्यावती सिदार ने अपनी मंशा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम व प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला को अवगत करा दिया है।
विद्यावती ने स्पष्ट शब्दों में प्रदेश नेतृत्व से कह दिया है कि उनकी जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। विद्यावती सिदार के इस कदम को तटस्थ प्रेक्षक विधानसभा चुनाव की दावेदारी के रूप में देख रहे हैं। विद्यावती सिदार ने अभी से डोर-टू डोर जनसंपर्क शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में विद्यावती ने टिकट मांगा था परन्तु संगठन ने विद्यावती की जगह चक्रधर सिदार को प्रत्याशी बनाया और वे वर्तमान में विधायक हैं।
विद्यावती कांग्रेस अध्यक्ष की दावेदारी को अपनी चुनावी संभावनाओं के प्रतिकूल मान रही हैं और इसी वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है। विद्यावती के इस दांव से लैलूंगा विधान सभा सीट में कांग्रेसी सियासत में रोचक मोड़ आ गया है। बहरहाल, विद्यावती अपने मंसूबों में कितना कामयाब होती हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
