लैलूंगा में हुआ हादसा, सीतापुर के हैं दोनों मृतक, काम से रायगढ़ आ रहे थे
रायगढ़। सीतापुर से नई मोटर सायकिल लेकर काम से रायगढ़ आ रहे दो चचेरे भाईयों की गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे पेड़ से इस कदर भिड़ी कि घटना स्थल पर ही दोनों की एक संग मौत हो गई। बेलगाम रफ्तार के कहर से एक ही परिवार के दो चिरागों के असमय बुझने का यह दुखद मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र का है। इस संबंध में थाना प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने बताया कि मूलत: सीतापुर का ग्राम केरजु निवासी विक्रम धुर्वे (36 वर्ष) रायगढ़ के बोईरदादर के समीप एक उद्यान में काम करता था। सोमवार पूर्वान्ह लगभग साढ़े 11 बजे विक्रम अपने बड़े पिता के बेटे रंजीत धुर्वे को अपने साथ रायगढ़ लेकर निकला था।
बिना नंबर की सोल्ड होंडा साइन मोटर सायकिल को विक्रम चला रहा था और रंजीत अपने चचेरे भाई के पीछे बैठा था। दोपहर लगभग ढाई बजे लैलूंगा से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर ग्राम सोहनपुर और मोहनपुर के बीच सडक़ किनारे एक पेड़ के नीचे क्षतिग्रस्त चमचमाती बाईक के पास दो युवकों को बेसुध पड़े देख राहगीर रुके। लोगों ने मौके की नजाकत को भांप लैलूंगा थाने में घटना की सूचना दी तो प्रधान आरक्षक रामरतन राम तत्काल मौके पर पहुंचे। चूंकि, दोनों युवकों के सिर तथा माथे में गंभीर चोटें आने पर खून बह रहा था इसलिए एम्बुलेंस से उसे नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने प्रारंभिक परीक्षण में ही दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की मोटर सायकिल सोल्ड थी, इसलिए आरटीओ एप में उनकी जानकारी नहीं मिल पाई। ऐसे में वर्दीधारियों ने। मृतक रंजीत की जेब से बरामद हुए मोबाईल नंबर से उसके भाई प्रमोद धुर्वे को कॉल कर दुर्घटना की सूचना दी और वह अपने साथियों को लेकर सीतापुर से लैलूंगा अस्पताल आया, तब कहीं जाकर दोनों शवों की अधिकृत शिनाख्त हो पाई। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद दोनों लाश को शोकाकुल धुर्वे परिवार को सौंपने वाली लैलूंगा पुलिस भादंवि की धारा 304 ए के तहत मुकदमा पंजीबद्ध करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।
