रायगढ़, 10 मार्च। कोयला खदानों में लोडिंग के दौरान उपेक्षा का शिकार होने वाले ट्रक मालिकों ने अपने हक में आवाज उठाई है। कलेक्टर और एसईसीएल जीएम को आवेदन देकर मांगें रखी हैं। परिवहन दरों और खदानों में भेदभाव खत्म करने की मांग प्रमुख है। कोयला खदानों में ट्रांसपोर्टिंग के लिए सैकड़ों ट्रक लगाए जाते हैं। ट्रांसपोर्टरों की ओर से ट्रक मालिकों को दिए जाने वाले परिवहन दरों पर लंबे समय से टकराव चल रहा है। कई बार ट्रक मालिकों ने आंदोलन भी किया था। रेंगालपाली और हमीरपुर में चक्काजाम भी किया जा चुका है। अब ट्रक मालिकोंं ने रायगढ़ जिले में एक वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया है जो केवल उनकी समस्याओं को उठाएगा।
जिला ट्रक वेलफेयर एसोसिएशन ने कलेक्टर और एसईसीएल जीएम को ज्ञापन देकर अपनी मांगों की ओर ध्यान दिलाया है। उनका कहना है कि रायगढ़ की कोयला खदानों में लगे हुए ट्रकों की परिवहन दरें वाजिब नहीं हैं। ट्रक के मासिक किश्त चुकाना भी मुश्किल हो गया है। इसलिए मूल्य निर्धारण में सहयोग किया जाए। त्रिपक्षीय वार्ता में ट्रक मालिकों और ट्रांसपोर्टरों के मध्य सामंजस्य बनाए रखने की जरूरत है। साथ ही खदानों में रायगढ़ नंबर की गाडिय़ों को प्राथमिकता दी जाए।
फिर से टकराव के आसार
कोयला खदानों में ट्रांसपोर्टर के अधीन अपनी गाडिय़ां लगाने वाले ट्रक मालिक लंबे समय से सही दरों की मांग कर रहे हैं। इस वजह से बार-बार टकराव की स्थिति बनती है। वहीं कोल माफिया की हेराफेरी के कारण भी ट्रांसपोर्टर गाड़ी मालिकों के पेमेंट से कटौती कर देते हैं। कई तरह का नुकसान झेल रहे गाड़ी मालिक अब अपनी आवाज उठा रहे हैं।
