टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग का मामला, कई महीनों से बकाया भुगतान नहीं होने से परेशान
रायगढ़। कई विभागों में व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो चुकी है। प्रशासनिक तंत्र को जो काम करना चाहिए वह नहीं हो रहा है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। विभाग प्रभारी की मनमानी के कारण कोई भी बिल पास ही नहीं हो रहे हैं। पांच महीने तक सफाई समेत अन्य काम करने वाले कर्मचारी का भुगतान भी रोक दिया गया है। परेशान भृत्य ने कलेक्टर जनदर्शन में गुहार लगाई है।
नगर तथा ग्राम निवेश विभाग में स्थिति बहुत ही विकट है। फाइलें जाम हो रही हैं, रुटीन के काम भी नहीं हो रहे हैं। दो सहायक संचालक भी खाली बैठे हैं। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग में जिले भर के कमर्शियल और आवासीय निर्माण के पूर्व डायवर्सन के लिए एनओसी दी जाती है। जिले भर से कई आवेदन विभाग में एनओसी के लिए आते हैं। शहरी क्षेत्र के लिए नगर निगम है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में नगर तथा ग्राम निवेश विभाग को ही अधिकार होता है। ऐसी कई फाइलें हैं जिन्हें लटका दिया जा रहा है। कई दिनों तक एनओसी के लिए लोग भअक रहे हैं। अब तो हालात ऐसे हो गए हैं कि अब एक भृत्य को भी अपना बकाया भुगतान पाने के लिए कलेक्टर जनदर्शन में गुहार लगानी पड़ रही है।
संजय कुमार नामक व्यक्ति ने मार्च से जुलाई 2022 तक कार्यालय में अस्थाई रूप से सेवा दी। उसे डाक लाने-ले जाने, पानी , पिलाने, साफ-सफाई आदि काम के लिए रखा गया था। नेस्तोर लकड़ा ने उसे काम पर रखा था। 25 जुलाई 2022 से हड़ताल शुरू हुई तो उसका काम भी बंद कर दिया गया। मार्च से जुलाई के बीच किए गए काम का संजय को 13,356 रुपए भुगतान किया जाना है, लेकिन प्रभारी ने अभी तक फाइल पर साइन नहीं किए। परेशान संजय ने 29 सितंबर 2022 को कलेक्टर जनदर्शन में गुहार लगाई थी। हैरानी की बात है कि इसके बाद भी संजय को बकाया भुगतान नहीं मिल सका है। ठीक इसी तरह साहिल मिरी नामक कंप्यूटर टायपिस्ट को भी अस्थाई रूप से रखा गया था लेकिन इसका भी 9860 रुपए भुगतान बाकी है।
