रायगढ़, 7 मार्च। फ्लाई एश परिवहन को लेकर एनटीपीसी लारा प्लांट हमेशा से निशाने पर रहा है। एक बार फिर से ग्रामीणों की शिकायत पर पर्यावरण विभाग ने जांच की। ओडिशा रोड पर तीन वाहन ऐसे मिले जिसमें नियमों के मुताबिक एश का परिवहन नहीं किया जा रहा था। विभाग ने तीनों वाहनों का नंबर एनटीपीसी को देकर ट्रांसपोर्टर के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं। एनटीपीसी लारा ने फ्लाई एश निराकरण के लिए कई सडक़ निर्माणों में सप्लाई करने का ठेका लिया है। छग और दूसरे राज्यों के ट्रांसपोर्टरों ने परिवहन ठेका लिया है। पर्यावरण नियमों के तहत ही एश का परिवहन किश जाना है।
कभी परिवहन रूट को लेकर तो कभी प्रदूषण के कारण स्थानीय ग्रामीण एनटीपीसी के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। ओडिशा रोड पर भी गांवों में फ्लाई एश से हो रहे प्रदूषण पर विरोध शुरू हुआ था। कलेक्टर के निर्देश पर पर्यावरण विभाग की टीम ने रेंगालपाली रोड पर जांच की। एनटीपीसी से एश लोडकर गुजरने वाले वाहनों की जांच की गई। इस दौरान तीन गाडिय़ां ऐसी मिलीं जिनमें तिरपाल सही तरीके से नहीं ढंका गया था। पर्यावरण विभाग ने तीनों वाहनों की जानकारी एनटीपीसी को दी है। साथ ही कहा है कि कंपनी खुद ट्रांसपोर्टर पर कार्रवाई करे। दरअसल एश लोड करने के बाद तिरपाल से पूरी तरह ढंकना जरूरी है।
अवैध डम्पिंग करने वाली कंपनियां पकड़ से बाहर
जिले में कई ऐसे हाइवे या सडक़ें हैं जिनके किनारे सबसे ज्यादा फ्लाईएश डंप किया गया है। बिना अनुमति के कई जगहों पर एश डाली गई है। न तो ट्रांसपोर्टर का पता मिलता है और न ही कंपनी का। इन जगहों पर कार्रवाई नहीं हो पाती। हाइवे किनारे हजारों टन एश डाले जाने के कारण प्रदूषण बहुत अधिक है।
