रायगढ़। प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारी लगभग शुरू कर दी गई है। जहां भाजपा ने संगठन में सर्जरी करके यह शुरुआत की है। वहीं कांग्रेस सर्वे के आधार पर टिकट वितरण के समय सर्जरी के मूड में हैं। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर रायगढ़ जिला के कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण अरुण मालाकार से चौपाल पर चर्चा हुई। अरुण मालाकार ने स्पष्ट कहा है कि एक सर्वे हो चुकी है उसमें सबके परफॉर्मेंस के बारे में पता चल चुका है। उस सर्वे के अनुसार मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष दोनों ने विधायकों से बात की और जिन विधायकों का परफॉर्मेंस बहुत खराब निकला है उन्हें स्पष्ट कह दिया गया है कि अपने क्षेत्र में अपनी स्थिति ठीक करें अन्यथा चुनाव में टिकट नहीं मिलेगा।
ऐसे में यदि विधायकों ने अपना परफॉर्मेंस ठीक नहीं किया तो उनका टिकट काटना लगभग तय है। सर्वे में प्रदेश भर के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड बनाया गया था। कहते हैं प्रदेश के 35 विधायकों का परफॉर्मेंस काफी खराब पाया गया था। उन्हें मुख्यमंत्री सहित तमाम बड़े नेताओं ने अपनी स्थिति ठीक करने के निर्देश दिए थे। रायगढ़ जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र की भी स्थिति डलवाई गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भेंट मुलाकात कार्यक्रम शुरू किया और उन सभी विधानसभा को उसमें कवर भी किया। संयुक्त रायगढ़ जिले की बात की जाए तो खरसिया और सारंगढ़ में जहां वर्तमान विधायकों की स्थिति सुदृढ़ है वहीं लैलूंगा और रायगढ़ में स्थिति ठीक नहीं होने की बात कही गई थी। धर्मजयगढ़ में जहां स्थिति बॉर्डर में बताई गई थी वहीं रायगढ़ और लैलूंगा में कमजोर स्थिति का आंकलन किया गया था।
मुख्यमंत्री ने इन विधानसभा क्षेत्रों में भेंट मुलाकात कार्यक्रम भी किया था और घोषणों की बौछार भी की गई थी। मुख्यमंत्री स्वयं वहां रातभर रुककर स्थिति का जायजा ले रहे थे। इसी मुद्दे पर किए गए सवाल के जवाब में रायगढ़ जिले के ग्रामीण जिलाध्यक्ष ने बिना लाग लपेट स्पष्ट कहा कि जिनका परफॉर्मेंस नहीं सुधरेगा उनका टिकट कटना तय है, प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम ने सभी को इस बात की हिदायत दे दी है। अब देखना यह है कि रायगढ़ जिले में किस विधायक की टिकट कटेगी।
