रायगढ़, 07 जनवरी। रायगढ़ विधानसभा सीट से ओपी चौधरी के चुनाव नहीं लड़ने की खबरों के बीच एक बार फिर टिकट का समीकरण बुरी तरह उलझ गया है। प्रथम पंक्ति के दावेदारों में पूर्व विधायक विजय अग्रवाल लोकप्रिय चिकित्सक डॉ. पी. के. मिश्रा तो द्वितीय पंक्ति के दावेदारों में जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल व पूर्व विधायक रोशलाल अग्रवाल के सुपुत्र गौतम अग्रवाल के नामों की जमकर चर्चा है। मिशन 2023 को लेकर बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ के सवाल पर बेहद गंभीर व संजीदा है। भाजपा जीत की संभावना वाले व जातिगत समीकरणों को दृष्टिगत रखते हुए इस बार काबिल चेहरों पर ही दांव लगाएगी, इस बात में कहीं कोई शक-सुबह की गुंजाईश नहीं है। इस लिहाज से विजय अग्रवाल व डॉ. पी. के. मिश्रा का दावा अत्यंत सशक्त जान पड़ता है, जहां विजय अग्रवाल बीजेपी के परंपरागत चेहरे हैं। उन्हें रायगढ़ विधान सभा क्षेत्र के इतिहास-भूगोल का बखूबी ज्ञान है और कार्यकर्ताओं में उनकी अनिवार्यताा व स्वीकार्यता को नकारा नहीं जा सकता है।












विजय वर्ष 1993 से वर्ष 2018 तक चार मर्तबे विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, इसलिए उनके अनुभव के आगे कोई नेता आस-पास नहीं ठहरता है। वहीं अब बात करें डॉ. पी. के. मिश्रा की तो वे नए चेहरे है। चुनाव जीतने का माद्दा रखते हैं। संघ परिवार से जुड़े रहने के कारण उन्हे संघ का वरदहस्त हासिल है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में डॉ. मिश्रा की टिकट तय मानी जा रही थी परन्तु ऐन मौके पर पासा पलट गया और रोशनलाल अग्रवाल बीजेपी के उम्मीदवार घोषित कर दिये गए। वहीं युवा दावेदारी के सवाल पर उमेश अग्रवाल व गौतम अग्रवाल सक्रिय हैं।





उमेश पिछले 15 बरसों से जिला भाजपा के चित-परिचित नाम हैं। उमेश ने अभी से अपना जनसंपर्क शुरू कर दिया गया है। कार्यकर्ताओं से मेल-मिलाप के अलावा उमेश, विधायक प्रकाश नायक व शहर सरकार पर आक्रमण करने का कोई भी अवसर हाथ से जाने नहीं दे रहे हैं। उनकी सतत् सक्रियता से यह अंदाज अवश्य लगा रहा है कि वे इस बार चूकने के मूड में नहीं हैं।



दूसरी ओर रायगढ़ भाजपा के कद्दावर नेता रहे पूर्व विधायक स्व. रोशनलाल अग्रवाल के पुत्र गौतम अग्रवाल अपनी लगातार क्रियाशीलता के कारण सुर्खियों में हैं। गांवों में लगातार दौरा करने के अलावा सामाजिक, सांस्कृतिक, खेलकू द व धार्मिक कार्यक्रमों में उनकी सहभागिता किसी से छिपी नहीं है। गौतम को वर्ष 2013 व वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में अपने पिता रोशनलाल अग्रवाल के चुनाव संचालन का भी अनुभव है। भाजपा के छोटे-छोटे वोट बैंक के पैकेट्स की उन्हें भली-भांति जानकारी है।
वहीं दूसरी ओर कोलता समाज ने रायगढ़ सीट पर अपना पुख्ता दावा पेश किया है। आपको बता दें की रायगढ़ विधानसभा सीट में सर्वाधिक मतदाता कोलता समाज के हैं। कोलता समाज से विलिस गुप्ता, जिला भाजपा के मंत्री रत्थू गुप्ता व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गोपिका गुप्ता पूरे मनोयोग से टिकट की रेस में शामिल है मगर कोलता समाज की मांग को प्रदेश नेतृत्व कितनी गंभीरता से लेता है, यह तो फिलहाल समय के गर्भ में है।
