पुलिस वाले ने कहा- ताबड़ी बाबा के पास जाएं, वे चोर का नाम बता देंगे
रायगढ़। अमूमन जब किसी के घर चोरी होती पुलिस एफआईआर करती है फिर छानबीन होती है और चोर पुलिस के गिरफ्त में आ जाता है लेकिन ठहरिए, यहां रायगढ़ पुलिस है और उसकी तकनीकी कुछ और है। यहां पहले चोरी होती है फिर चोर का नाम एक बाबाजी बताते हैं इसके बाद चोर को पुलिस इच्छानुसार पकड़ती है या छोड़ती है । यह कहानी एक भुक्तभोगी ने सुनाई है।
बीते माह 7 सितंबर को सर्किट हाउस के पास वंदे अली फातमी नगर कॉलोनी में कृष्ण कुमार साहू के घर करीब 20 लाख के समान की चोरी हो गई। चोर घर का ताला तोड़कर सारे गहने उठा ले गए। साहू का कहना है कि उन्होंने गहने अपनी बेटी की शादी के लिए रखा था। फिर उन्होंने इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच की जिम्मेदारी साइबर सेल के प्रभारी कमल पटेल को दी गई।
यह मामला इसलिए भी सुर्खियों में आ गया की। क्योंकि उसी दिन कृष्णकुमार साहू के बेटे ओम प्रभु ने नीट की परीक्षा में पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। उस बच्चे के लिए खुशी के साथ दुःख का भी क्षण था क्योंकि उसे जहां मेरिट में जगह मिली थी वहीं उसके घर से लगभग 20 लाख के समान की चोरी हो गई थी । प्रदेश भर की मीडिया में यह मामला आ गया लेकिन खबर ये नहीं है, खबर यह है कि जब साहू के घर चोरी हुई और पुलिस ने एफआईआर की लेकिन चोर नहीं पकड़ा जा सका।
इसके बाद इस मामले की जांच कर रहे साइबर सेल प्रभारी कमल पटेल के पास पहुंचे तो उन्होंने एक ताबड़ी बाबा के पास उन्हें यह कहकर भेज दिया कि बाबाजी चोर का नाम बता देंगे। बाबाजी ने चोर का नाम भी बता दिया, लेकिन फिर भी चोर पकड़ा नहीं गया। उन्हें बाबा और चोर के नाम पर पूरा भरोसा है लेकिन अब पुलिस पर नहीं है क्योंकि उन्हें लगता है कि बाकी लोगों ने तो काम किया लेकिन पुलिस चोर से मिल गई और कोई कार्रवाई नहीं की।
