रायगढ़। नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ के एसपी के पास एक अनोखा मामला पहुंचा है। दरअसल, शिकायत हुई है कि ग्राम तिलाईदादर के एक मजदूर परिवार के हाथ जमींदोज खजाना लगा है और वे गरीब से मालामाल हो गए हैं। ऐसे में खजाना खोदकर बेशुमार सम्पत्ति का उपयोग करने वाले परिवार की जांच हो।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा को अपना नाम बताने की बजाए गुप्त सूचना देने वाले कोसीर थानांतर्गत ग्राम तिलाईदादर के ग्रामीण ने लिखित शिकायत प्रेषित कर दावा किया है कि गांव का एक युवक कोई कामधाम नहीं करता, जबकि उसके चार भाई मजदूरी करते हैं। अलबत्ता, 10 बरस पहले अलेख दरवाजा-चौखट बनाते हुए अपनी बीवी, 2 बेटे और एक बेटी की परवरिश करता था, लेकिन अब वह तांत्रिक-गुनिया कार्य करता है। 8 वर्ष पहले तक उसका कच्चा मकान था। उसके मां-बाप ग्रामीणों से चावल उधार में लेते थे। उस परिवार के पास न कोई पुश्तैनी जमीन है और न ही कोई सरकारी नौकरी। फिर भी इनके पास अचानक अकूत सम्पत्ति आने से लोग हैरान हैं।
बताया जाता है कि उसने शासकीय जमीन जमीन खरीदते हुए पक्का मकान बनवाया तो उसकी पत्नी के पास सोने-चांदी के काफी जेवर हैं। बेटे को आईटीआई करवाने वाले उसके पास 2 बाईक और टीवी, फ्रिज, कूलर, महंगे मोबाइल फोन जैसे विलासिता के साजोसामान भरे पड़े हैं। बैंक में भी पूरे परिवार के नाम मोटी रकम जमा है और तो और वह किसी को उधार में पैसे देता है तो लिखापढ़ी तक नहीं करता। ऐसे में लोगों को आशंका है कि वह गैरकानूनी काम करता है या फिर कोई खजाना खोज निकाला है। यही कारण है कि शिकायतकर्ता ने उसकी संपत्ति की जांच कर कथित काला धन को जब्त करने की मांग की है।
