वन विभाग में एक ठेकेदार पर मेहरबान हैं अधिकारी, ठेका नहीं फिर भी सामान खरीद रहे
रायगढ़। वनमंडल रायगढ़ में अधिकारियों और ठेकेदार के मध्य सांठगांठ का खेल यूं तो बरसों से चला आ रहा है मगर इन दिनों मामला फिर से चर्चा में है क्योंकि इस बार एक ठेकेदार के लिए विभाग ने टेंडर के नियम ही बदल डाले। मजे की बात यह है कि इस ठेकेदार का फर्म स्टील से संबंधित है मगर इसने विभाग को एसी तक सप्लाई किया है।
निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किये जाने के कारण हाल ही में वनमंडल कार्यालय परिसर में बने तेन्दूपत्ता शाखा दफ्तर और रेंज ऑफिस परिसर में बने रेंजर आवास में दरारें पडऩे लगी हैं और खुद बयां कर रही हैं कि निर्माण के गुणवत्ता में किस कदर अनियमितता बरती गई और घटिया सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद इन दिनों वनमंडल के अधिकारी उसी ठेका फर्म को पूरे डिवीजन के लिए होने वाले टेंडर का ठेका देने की तैयारी में जुट गई है और इसके लिए टेंडर नियमों को भी ताक पर रख कर गुपचुप तरीके से प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस बीच उक्त ठेकेदार और विभाग के मध्य सांठगांठ के कई और किस्से व कारनामे सामने आये हैं जो यह साबित करने केे लिए पर्याप्त है कि विभाग में इसकी सॉलिड सेटिंग है। दरअसल, इस यह फर्म एक स्टील से संबंधित है और पूरे सभी रेंजों में बोरवेल, खाद, सामग्री, प्रोफाइल सीट, एंगल आदि सप्लाई करने का काम करता आया है मगर इस बीच इस फर्म में सारंगढ़ के गोमर्डा में एक ऐसा बिल प्रस्तुत किया है जो कि चौंकाने वाले हैं क्योंकि इस बार ठेकेदार ने यहां निर्माण सामग्री नहीं बल्कि एसी (एयर कंडीशनर) तक सप्लाई करना बताया है जबकि यह फर्म इलेक्ट्रानिक्स का है ही नहीं और न ही इसे इसका ठेका मिला है।
कृष्ण कुंज में भी कर दी सप्लाई
राज्य शासन की योजना के तहत विगत माह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सभी नगरीय निकायों में कृष्ण कुंंज की स्थापना की गई है। इसकी देखरेख का जिम्मा भी वनमंडल को ही है। जिले में खरसिया को छोड़ सभी नगरीय निकायों में इसकी स्थापना की गई है। इसके लिए टेंडर किसी और के नाम से है जबकि सभी जगह सरिया (छड़) इसी ठेकेदार के माध्यम से सप्लाई किया जा रहा है।
