रायगढ़। दो दिन पूर्व सड़क किनारे युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिलने के मामले में परिजनों ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। युवक की मौत कैसे हुई, इसकी सही जानकारी नहीं मिलने से नाराज परिजन व ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय का भी घेराव किया। वहीं पुलिस ने उनके बताये सभी बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच करने व मुआवजा देने के लिए आशवस्त किया तब कही जा कर हंगामा शांत हुआ।












खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम मकरी निवासी बद्री यादव का 22 वर्षीय पुत्र अजय यादव हाल ही में जिंदल प्लांट के वेल्डिंग सेक्शन में काम पर लगा था। बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व अजय की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश जिंदल प्लांट से थोड़ी सी दूर पर ग्राम कलमी की सड़क किनारे मिली थी। ग्रामीणों ने युवक को लावारिस हालत में पड़े देखा तो कोतरा रोड थाने में इसकी सूचना दी थी। पुलिस ने शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। वहीं मृतक के पास से मिले आयी कार्ड से उसकी अजय यादव के रूप में शिनाख्त करते हुए परिजनों को सूचना दी गई थी।





शुक्रवार को परिजनों की उपस्थिति में जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं पीएम के बाद परिजनों ने अजय की मौत का कारण जानना चाहा लेकिन पुलिस मौत का कोई कारण नही बता सकी जिसको लेकर परिजन अस्पताल में ही हंगामा मचाने लगे। वहीं कोई दो व्यक्ति हंगामे के दौरान उनकी भीड़ में घुसे हुए थे जिन पर ग्रामीणों को शंका हुई तो कि वे जिंदल प्लांट के है और प्रबंधन के कहने पर स्थिति की जानकारी लेने पहुचे है। इस पर परिजन और बिफर गये, उन्होंने अजय की मौत प्लांट में होने की भी आशंका जताई और प्रबधन से मुआवजा दिलाने की मांग भी पुलिस के समक्ष करने लगे। वहीं बाहर से आये व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की भी मांग भी परिजनों ने उठायी।



परिजनों का कहना था कि जब तक मौत के वास्तविक कारणों की जानकारी नहीं मिल जाती वे शव को नहीं ले जाएंगे। अस्पताल में काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद परिजन व ग्रामीण पैदल मार्च करते हुए एसपी कार्यालय पंहुच कर प्रदर्शन करने लगे। इधर कोतरा रोड थाना प्रभारी गिरधारी साव ने मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को देते हुए उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराया। एसपी कार्यालय में मौजूद एसडीओपी दीपक मिश्रा ने परिजनों को बुलवा कर उनसे चर्चा की। चर्चा के दौरान एसडीओपी दीपक मिश्रा ने उन्हें निष्पक्ष जांच करने के लिए आश्वस्त किया साथ ही वे जिन बिंदुओं पर जांच चाहते है उसे लिखित में देने को कहा ताकि सभी पहलुओं पर जांच हो सके। पुलिस के इस आश्वसन के बाद परिजन मान गए जिससे विवाद का पटाक्षेप हो सका।
क्या कहते हैं एसडीओपी
अजय यादव का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था। उसका पीएम कराया गया है लेकिन परिजनों को कुछ बिंदुओं पर जांच को लेकर असंतोष था। उनसे बातचीत की गई और जिन बिंदुओं का जिक्र वे कर रहे है उन्हें लिखित में लेकर निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया गया है : दीपक मिश्रा एसडीओपी
