सक्ती। नगर पालिका सक्ती द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के नाम पर खानापूर्ति कराई जा रही है जिससे स्थिति यह है कि वार्ड 8 संतोषी मंदिर रोड जो पालिकाध्यक्ष का वार्ड हैं विगत सप्ताह भर से साफ-सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है और नालियां जाम होने से वार्डवासी बदबू और गंदगी से परेशान हैं।
आलम यह है कि लोगों के घर में व घर के बाहर कचरा खुले में एकत्रित हो रहा है। इससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। पालिका के निष्क्रिय अधिकारियों व सफाई कामगारों द्वारा साफ-साफ सफाई में कोताही बरते जाने के कारण शहर में स्वच्छता अभियान का असर दिखता नजर नहीं आ रहा है। स्वच्छ भारत मिशन को लेकर सक्ती नगर पालिका के वार्डांे में नियमित सफाई नहीं हो पा रही है, जिससे शहर की गलियों के अलावा मुख्य चौक-चौराहों पर कचरे का ढेर पड़ा रहता है। सफाई व्यवस्था चरमरा जाने से शहर में गंदगी चहुंओर है। इधर लोग बदलते मौसम के बीच संक्रामक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
नहीं है कोई ठोस योजना
सफाई के लिए नगर पालिका सक्ती के पास कोई विशेष योजना नहीं है, वह बिना प्लानिंग कार्य कर रही। इसका नतीजा यह है कि सफाई पर करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी गली, मोहल्ले व लोगों के घरों में घर के सामने कचरे का ढेर लगा हुआ है। प्लानिंग नहीं होने के कारण गली-मोहल्ले व लोगों के घरों में कचरे का ढेर लग गया है और नालिया बजबजा रही है। नगर पालिका सफाई अमला द्वारा इन दिनों साफ-सफाई के लिए शहर के कुछ चुनिंदा स्थानों को विशेष महत्व दे रही है। मुख्य मार्ग में पूर्व की तुलना में अत्यधिक कामगारों से काम लिया जा रहा है। इस कारण पालिका का ध्यान शहर की मुख्य सडक़ों में है जिससे गली-मोहल्लों के वार्ड में सफाई को भूला दिया है।
