रायगढ़। जोरापाली में कोटवारी जमीन और एनएच की जमीन पर कब्जे का मामला गर्म हो गया है। सोमवार को फिरसे काम शुरू हुआ तो ग्रामीणों ने विरोध किया। सूचना मिलते ही तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और काम रुकवाया। जांच के आदेश भी दिए गए हैं।बिलासपुर से रेंगालपाली एनएच निर्माण के बाद किनारे की जमीनों पर अतिक्रमण शुरू हो गया है। खरसिया और रायगढ़ ब्लॉक में एनएच की जमीन पर भी अतिक्रमण हो रहा है। जोरापाली में भी एनएच किनारे अधिग्रहित जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी। करीब पांच दिन पहले एसडीएम भी मौके पर पहुंचे थे। कोटवारी जमीन को भी कब्जे में लेकर नींव खोदी जा चुकी है। यहां कोई बड़ा कॉम्पलेक्स बनाने की तैयारी की जा रही है। सोमवार को यहां फिर से काम शुरू हुआ। इस पर गांववालों ने विरोध करते हुए काम रुकवा दिया। भाजपा नेता नरेश पटेल भी ग्रामीणों के साथ खड़े रहे। हंगामे की सूचना मिलते ही तहसीलदार लोमस मिरी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने काम रोकने का आदेश दिया है। मामले की जांच का आदेश आरआई और पटवारी को दिया गया है। बताया जा रहा है कि जांच में कई बड़े खुलासे होंगे। सवाल यह भी है कि कोटवारी पर निर्माण के पूर्व क्या इसकी रजिस्ट्री भी कराई गई है?
कई रसूखदारों ने किया कब्जा
जोरापाली में एनएच के लिए हुआ भूमि अधिग्रहण पहले ही सवालों में है। राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के भी कई मामले आने वाले दिनों में सामने आने वाले हैं। एनएच के किनारे जमीनों पर अतिक्रमण करने वालों में खरसिया क्षेत्र के कई रसूखदार शामिल हैं। फिलहाल कोटवारी जमीन का मामला गर्म हो चुका है।
क्या कहते हैं लोमस
गांववालों ने सूचना दी थी। मैंने वहां पहुंचकर काम रुकवाया और जांच के आदेश दिए हैं : लोमस मिरी, तहसीलदार
