रायगढ़। जिले के लैलूंगा गांव के मोहनपुर के बाशिंदों के उस समय होश उड़ गए, जब उन्होंने आसमान में उड़ते हवाई जहाज को अपने गांव में उतरते देखा। वहीं, उन्होंने जब एक शख्स को हाथ में रिमोर्ट थामे हवाई जहाज की तरह दिखने वाले ड्रोन को कंट्रोल करते पाया, तब कहीं जाकर खुलासा हुआ कि यह एक सर्वे का हिस्सा था।
इक्कीसवीं सदी में लोग जहां मंगल ग्रह पर पहुंच चुके हैं। वहीं, अब अमूमन लगभग सभी कामकाज अत्याधुनिक तरीके से होने लगे हैं। ऐसे में भारत सरकार के सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से जिले के लैलूंगा विकासखण्ड में हाईटेक तरीके से किए जाने वाला जियोग्राफिकल सर्वे इनदिनों सुर्खियों में है। खास बात यह है कि सर्वे के लिए खास तरीके से डिजाईन किए गए ड्रोन को लेकर एक टीम मध्यप्रदेश और अब छत्तीसगढ़ के जंगल, पहाड़ और उससे लगे गांवों में पहुंच रही है। इस ड्रोन की बनावट बिल्कुल हवाई जहाज की तरह है।





और तो और आसमान में सर्वे के लिए उड़ते इस ड्रोन को देख अचानक भ्रम होता है कि वह हवाई जहाज है। मंगलवार सुबह लैलूंगा ब्लॉक के मोहनपुर में टीम जब ड्रोन लेकर पहुंची तो लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। पहले पहल ग्रामीणों और खासकर उनके बच्चों को लगा कि आसमान से कोई हवाई जहाज उनके गांव में उतर रहा है, लेकिन जब असलियत सामने आई तो इस हैरतअंगेज कारनामे को देख उनके होश फाख्ते हो गए। वाराणसी से आए ड्रोन पायलट सुजीत पाल ने मीडिया को बताया कि सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से जियोग्रािफकल सर्वे इस ड्रोन के जरिए किया जा रहा है।
ड्रोन से मिले इनपुट के आधार पर ही रिपोर्ट तैयार होगी, ताकि भू-भागों के क्षेत्रफल से लेकर अन्य तत्थ्यों का सही आंकड़ा निकाला जा सके। ड्रोन पायलट सजीत पाल यह भी बताते हैं कि टीम में उनके अलावे दो अन्य सदस्य भी हैं जो सर्वे को बेहद संजीदगी से करते हैं। सर्वे ऑफ इंडिया के तहत होने वाले इस सर्वे को सेंट्रल गवर्नमेंट करा रही है। मध्यप्रदेश और गुजरात मे यह चल रहा है। वहीं, अब छत्तीसगढ़ तथा उत्तरप्रदेश में सर्वे शुरू हो रहा है। लैंड मेकिंग आबादी की जानकारी जुटाने को लेकर लैलूंगा क्षेत्र में हो रहे सर्वे को देखने लोग काफी उत्साहित भी हैं।
