रायगढ़, 27 फरवरी। आठ महीने बाद विधानसभा चुनावों को देखते हुए नियमितीकरण, वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन होने लगे हैं। अब महिला बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षकों ने भी वेतन विसंगति को दूर करने आवेदन दिया है। दूसरे विभागों की तरह ही अब महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारी भी वेतन विसंगति को लेकर आवाज उठा रहे हैं। छग महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक कल्याण संघ की ओर से भी आवेदन देकर मांग की गई है। उनका कहना है कि पर्यवेक्षकों को गरिमामयी वेतन नहीं दिया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
कुपोषण, शिक्षा और महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जमीन स्तर पर काम करने वाले पर्यवेक्षकों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने के बावजूद अपने ही विभाग में महिला पर्यवेक्षक हाशिए पर हैं। पर्यवेक्षकों को 5200-20200 ग्रेड पे प्राप्त होता है जो समकक्ष शैक्षणिक योग्यता के अधिकारियों से बेहद कम है। वेतन निर्धारण में असमानता के कारण अन्याय हो रहा है। कर्मचारियों ने ज्ञापन देकर अपनी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है।
