रायगढ़ (8 मार्च )। पत्रकारों व छुटभैये नेताओं के पालनहार, दयानिधान, परम दयालु महापुरुष सुनील लेन्ध्रा और सुनील रामदास की उदार कृपा विगत कुछ महीनों से नहीं बरस रही है। इस दुखदायी तथ्य ने समूचे पत्रकार जगत और छुटभैये नेता बिरादरी में बेचैनी फैला रखी थी। हद तो तब हो गयी जबकि होली के अवसर पर भी इन समाजसेवियों द्वारा कोई भेंट-अर्पण नहीं हुआ। अंतत: पत्रकारों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने आमंत्रण बार में जमकर नशापत्ती की और गालियों की बौछार के साथ इन दोनों प्राणियों को समाजसेवी पद से बर्खास्त कर दिया। पत्रकारों ने आने वाले दिनों में इन दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध भांडाफोड़ कार्यवाही की धमकी भी दी है। इन पंक्ति लिखे जाने तक सभी पत्रकार पुराने समाजसेवी पम्मी भाटिया के निवास की ओर जाते देखे गये हैं। (हो.स.)
