रायगढ़। श्री बालाजी मेट्रो हॉस्पिटल जिले के चिकित्सा जगत में नित नए सफलता के आयाम रच रहा है। एक बार फिर से मेट्रो अस्पताल के चिकित्सकों ने सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित महिला का सफल ऑपरेशन कर नया जीवन दिया है।
दरअसल रायगढ़ निवासी एक 53 वर्षीय महिला कई महीनों से मासिक में अधिक रक्त स्त्राव से पीड़ित थी। कई जगह इलाज कराया पर राहत न मिली। इसी दौरान महिला ने उम्मीद का दामन थामें मेट्रो हॉस्पिटल की स्त्री रोग और प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. सुरभि सैनी (एमडी. ओबीजीवाय) से मिलकर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया। डॉ. सुरभि ने महिला की जांच की तो पाया कि बच्चेदानी के मुख पर घाव हैं तथा एक ओर मांस बढ़ा हुआ है, तत्काल जांच के लिए एक टुकड़ा लेकर बॉयोपसी के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में गर्भाशय ग्रीवा (सरविक्स) का कैंसर पाया गया। मरीज की पूर्ण जांच की गई तो सीटी- स्कैन रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि कैंसर दूसरी स्टेज तक पहुंच चुका है।
डॉ. राजू पटेल (एमएस सर्जरी) से केस के विषय में सलाह-मशवरा करने के बाद मरीज व उसके परिजनों को आपरेशन करने की सलाह दी गई। मरीज व परिजनों की सहमति पश्चात सुनियोजित योजना के तहत ऑपरेशन की शुरुआत के पूर्व मरीज को ब्लड चढ़ाकर हिमोग्लोबिन का स्तर दस ग्राम तक लाया गया ताकि खून की कमी ना हो। डॉ. राजू पटेल और डॉ. सुरभि सैनी द्वारा गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की सर्जरी की गई। इस आपरेशन को टाईप-2 रेडिकल हाइस्ट्रेक्टोमी के नाम से जाना जाता है। इसमें गर्भाशय के साथ दोंनों फैलोपियन ट्यूब ओवरी आसपास का टिशु तथा वैजाइना का ऊपरी हिस्सा निकाला जाता है। स्टेज 2 कैंसर के सफल आपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी अच्छी है और वो स्वस्थ्य है। डॉक्टरों ने फॉलोअप के बारे में महिला को जानकारी देकर डिस्चार्ज कर दिया घर पर आराम करने की सलाह दी।
क्या है सर्वाइकल कैंसर?
यह कैंसर मुख्य रूप से एचपीव्ही वायरस के संक्रमण से होता है। यह एक यौन संचारित वायरस है। भारत में महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा सबसे ज्यादा कैंसर है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
1 पोरोयड्स के अलावा अन्य दिनों में ब्लीडिंग होना।
2 शारीरिक संबंध बनाते हुए बहुत ज्यादा दर्द महसुस होना।
3 मेनोपॉज से पहले महिलाओं मे मासिक धर्म के बीच योनि से रक्त स्त्राव।
4 मेनोपॉज उपरांत महिलाओं में पतला सफेद या स्पष्ट योनि स्त्राव।
5 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में बहुत लंबा भारी या बार-बार योनि से रक्तस्त्राव होना।
6 बिना किसी कारण वजन घटना, योनि से बदबूदार पानी आना इसके मुख्य लक्षण हैं।
सर्वाइकल कैंसर का बचाव
एचपीव्ही वेक्सीन (9 से 14 उम्र की लड़कियां लड़को को दो डोस) 15-26 साल तक की युवतियां को 3 डोस, 15-26 साल के युवाओं को 3 डोस PAPSMEAR (पेपसमिआर) (21 से 65 साल की महिला को हर 3 साल में), एचपीव्ही वैक्सीन और पेपसमिआर नियमित रूप से मेट्रो हॉस्पिटल में उपलब्ध है।
सरवाइकल कैंसर का इलाज
सर्जरी कीमोथेरापी एवं रेडियोथेरापी के द्वारा इलाज सम्भव है। इस कैंसर का ईलाज कैंसर के स्टेज यानी शरीर में कैंसर कितना फैला हुआ उस पर निर्भर करता है।
