रायगढ़। ग्यारह वर्ष की अल्पायु में भगवान की भक्ति में रमें जगदीश अग्रवाल जग्गू भैया पिछले पचास सालो से भगवान अग्रसेन की पूजा अर्चना पूरे मनोयोग से कर रहे है। सेठ किरोड़ीमल जी के जमाने से शुरू हुई पूजा अर्चना पांच दशक के बाद धूम धाम से आयोजित हो रही है। जग्गू भैया ने पुराने दिनों का स्मरण करते हुए बताया कि पहले पूजा सेठ जी की गद्दी में होती थी उसके बाद बूजी भवन परिसर में शुरू हुई।
कुछ वर्षो के पश्चात नगर निगम परिसर उसके बाद गांधी चौक स्थित अग्रसेन भवन फिर वर्तमान में अग्रोहा भवन में आयोजित हो रही है। सौभाग्य से सभी जगहों में वे महाराजा अग्रसेन की पूजा के साक्षी बने। गांजा चौक स्थित गोपाल मंदिर में उन्होने 37 सालो तक पूजा अर्चना की।।जगदम्बा आश्रम में हुई अखंड रामायण समिति में भी वे शामिल हुए। पुरानी बातो को याद करते हुए बताया कि एक वो दौर भी था जब जयंती का आयोजन एक दिन के लिए होता था उसी दिन बच्चो से जुड़े एक दो खेल आयोजित किए जाते थे और उसी दिन बच्चो को टाफी व फुग्गा आदि का पुरुस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाता था।
जयंती के आयोजनों के प्रति आज अपार उत्साह देख जग्गू भैया ने भावुक हो कर बताया कि एक वो दौर था जब महिलाए घूंघट में रहते हुए घर की चौखट से बाहर आना पसंद नही करती थी लेकिन खुशी की बात है कि वे आज आयोजनों में वे बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही। अग्रसेन जयंती आयोजन समिति के प्रभारी सुनील लेंध्रा वा उनकी टीम से जुड़े सभी सदस्यों को शानदार प्रबंधन व आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए जग्गू भैया ने बताया कि श्याम मंदिर की नीव रखने में भी उनका स्तुत्य योगदान रहा है। पच्चीस सालों से अनवरत खांटू जाने वाले जग्गू भइया आज की भव्य आरती व पूजा अर्चना की तैयारियो हेतु भोर में तीन बजे ही उठ गए l अग्रसेन जी की पूजा के दौरान अपने पुराने साथियों स्वर्गीय मातूराम अमीचंद डालमिया रामस्वरूप दास माधोराम चिड़ीपाल महेंद्र मोड़ा जी को भी उन्होंने याद किया।
