रायगढ़, 6 दिसंबर। कलेक्टर जनदर्शन में पुसौर ब्लॉक के सुकुल भठली की वे महिलाएं भी अपनी फरियाद लेकर पहुंची, जिनको रेशम विभाग में 18 साल काम करने के बाद निकाल दिया गया। ऐसे में अपने बेकार हाथों को काम दिलाने की आस में महिलाओं ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।जिला मुख्यालय से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर पुसौर विकासखण्ड के ग्राम सुकुल भठली की महिला स्व सहायता समूह की सदस्यों ने भी मंगलवार को जनदर्शन में जिलाधीश श्रीमती रानू साहू के नाम अपर कलेक्टर संतन देवी जांगड़े को आवेदन देते हुए अपनी समस्या गिनाई।
स्व सहायता समूह (रेशम) की अध्यक्ष वनिता प्रधान ने बताया कि वे विगत 2003 से कार्य करते आ रही हैं। फिर भी बगैर कोई गलती या पूर्व सूचना के उनके साथ समूह की सभी महिलाओं को काम से बेदखल कर दिया गया है। महिला समूह का दावा है कि बीते 18 वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने अनेक काम किये हैं जो आज भी सुचारू रूप से संचालित है। इसके बावजूद उनको बिना सूचना के हटा देना समझ से परे है। वनिता प्रधान ने यह भी बताया कि जिला रेशम अधिकारी द्वारा अफसरों को को गुमराह कर कार्य नहीं होने की जानकारी दी जा रही है।
यही वजह है कि रोजगार छीने जाने से परेशान महिलाओं ने अब कलेक्टर जनदर्शन मामले में हस्ताक्षरित ज्ञापन देते हुए जांच कार्रवाई की मांग की गई है, ताकि इनको फिर से रोजगार की सौगात मिल सके। महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष वनिता प्रधान के साथ सचिव मुन्नी बाई धोबा, रुक्मणी खडिय़ा, संतोषी खडिय़ा, देवमति खडिय़ा, लक्ष्मीन सिदार और कुमुदिनी सिदार भी उपस्थित थीं।
