शहीद नंदकुमार पटेल के साथ वर्ष 1984 में निर्विरोध सरपंच बनने वाले रायगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत धनागर से उस समय के युवा नेता निराकार पटेल का नाम शामिल था जो वर्तमान में जिला पंचायत रायगढ़ के अध्यक्ष हैं। निराकार पटेल शहीद नंदकुमार पटेल के राजनीतिक साथी होने के साथ उनकी प्रारंभिक राजनीतिक यात्रा के सहगामी रहे हैं। श्री पटेल नंदकुमार पटेल को अपना आदर्श एवं पथ प्रदर्शक मानते हैं। अप्रैल 1984 में जब आम पंचायत चुनाव हुआ, उसमें परम सम्मानित शहीद नंदकुमार पटेल ग्राम पंचायत नन्देली से निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे, तब मुझे धनागर ग्राम पंचायत से निर्विरोध सरपंच निर्वाचित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
हम दोनों का परिचय जनपद पंचायत रायगढ़ में हुआ था, उस समय स्व. भागीरथी चौधरी जनपद अध्यक्ष थे, तब सरपंचों की बैठक में शहीद नंदकुमार पटेल की सोच हमेशा क्षेत्र के विकास एवं कमजोर लोगों को उपर उठाने का होता था। वे जब भी निर्माण कार्य कराते थे तो उसमें उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते थे। शासन द्वारा जब उन्हें इंदिरा आवास भवन जो पहले छप्पर का होता था, का निर्माण कराने के लिये राशि की स्वीकृति प्रदान की गई तो उन्होंने उतने ही राशि में गुणवत्तायुक्त ढलाई वाला भवन बनाकर लोगों को विशेष रूप से प्रभावित किया और राज्यपाल महामहिम सरला ग्रेवाल के हाथों से उद्घाटन कराया। उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल ने नंदकुमार पटेल के कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर इसे अन्य सरपंचों के लिए अनुकरणीय बताया। शायद ही कोई राज्यपाल द्वारा एक ग्रामीण सरपंच की तारीफ के इतने पुल बांधें गये होंगे।
उनके द्वारा निर्मित स्कूल भवन के उद्घाटन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं तत्कालीन शिक्षा मंत्री बंशीलाल धृतलहरे के द्वारा भी कार्य की गुणवत्ता की सराहना की गई जो बहुत कम सरपंचों के बारे में सुनने को मिलती है। ग्राम नंदेली में खरसिया से पहले बिजली पहुंचाने की दिशा में शहीद नन्दकुमार पटेल का ही हाथ होना माना जाता है। मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह के द्वारा 1988 के उप चुनाव में खरसिया विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना शहीद नन्दकुमार पटेल की लोकप्रियता को परखने का और पूरे खरसिया विधान सभा तथा मप्र एवं पूरे भारत में बीबीसी लंदन द्वारा प्रसारित नन्देली ग्राम की एकता का वर्णन करना नन्देली वासियों के लिये एक सौगात से कम नहीं था। केन्द्र में मंत्री रहे प्रदेश के एक दिग्गज नेता को उस समय आमसभा करने के लिए कुर्सी और बिजली, पानी तक नसीब नहीं हुआ, इसकी खबर बीबीसी लंदन द्वारा प्रसारित की गई थी।
सन् 1990 के उप चुनाव में शहीद नन्दकुमार पटेल के भाग्योदय को राजनैतिक हस्तियां नहीं रोक पाई। उन्हें खरसिया विधान सभा क्षेत्र से विधायक की टिकट देकर सरपंच से विधायक बनने के लिये भाजपा के पितृ पुरूष कहलाने वाले स्व. लखीराम अग्रवाल के साथ कठिन मुकाबला में सफल होकर जीत हासिल करना नंदकुमार पटेल की लोकप्रियता के परचम को लहराने वाला साबित हुआ जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्र और खरसिया विधानसभा के मतदाताओं की जितनी तारीफ की जाये एवं आभार व्यक्त किया जाये, वह कम ही होगा। मैं उस दिन को कभी नहीं भुला पाउंगा, जब नन्दकुमार पटेल के विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होने का अवसर मुझे भी प्राप्त हुआ। जैसे ही विधान सभा अध्यक्ष द्वारा शपथ ग्रहण के लिये शहीद नन्दकुमार पटेल का नाम उद्घोषित किया गया तब सदन में उपस्थित सभी विधायक मेजें थपथपाने लगे। इसी प्रकार में उस दिन को भी नहीं भूल पाऊंगा जब दिग्विजय सिंह के मंत्रि मण्डल में स्थान मिलने से पूरे खरसिया विधानसभा के साथ छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में होली और दीवाली का त्यौहार जैसे एक साथ आ गया था। जब उनके भोपाल से अमरकंटक एक्सप्रेस द्वारा बिलासपुर में प्रातः 5 बजे उतरने की सूचना मिलने पर रायगढ़ जिले के साथ छत्तीसगढ़ की जनता बधाई देने के लिये उमड़ पड़ी। ऐसा नजारा देखने को बहुत ही कम मिलता है, उस समय मंत्री की गाड़ी में स्वयं बुलाकर जब मुझे बैठाया, उस खुशी का इजहार मेरे द्वारा शब्दों के माध्यम से नहीं किया जा सकता।
पूरे बिलासपुर से नन्देली ग्राम के पहुंचने तक जो स्वागत सत्कार देखने को मिला ऐसा आज तक हमें देखने को नहीं मिला है और शायद ही मिलेगा। नंदकुमार पटेल की याददाश्त एवं उनमें लोगों को पहचानने की शक्ति शायद ईश्वर ने उन्हें अलग से प्रदान की थी, जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती खरसिया विधान सभा क्षेत्र में सड़क, पानी, स्थल जल से लेकर ओव्हरहेड पानी टंकी, स्कूलों की व्यवस्था, गांव-गांव में घूमकर देखना शायद आपको अदभुत लगेगा, जिसके कारण खरसिया विधान सभा क्षेत्र का हर नागरिक अपने आप पर गर्व महसूस करता है और उन्हें इसी के कारण बाहरी जिलों में आज भी मान सम्मान प्राप्त होता है। उनके साथ बीती बातों को याद करने से मेरी आंखों में आंसू भर आते हैं। मैं उस महान आत्मा को नमन करते हुए, ईश्वर से कामना करता हूं कि हमारे क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिये उनका आशीर्वाद हमेशा मिलता रहे, उन्हें फिर से नमन करते हुए मैं अपनी लेखनी को यहीं विराम देता हूं।
: निराकार पटेल – अध्यक्ष, जिला पंचायत रायगढ़
