ठेका मजदूर यूनियन ने मुआवजे में नौकरी व 25 लाख की मांग की
रायगढ़। एनटीपीसी लारा के गेट में एक ठेका श्रमिक की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिलने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक के शरीर में कहीं भी चोट के निशान नहीं है। वहीं, ठेका मजदूर यूनियन द्वारा मृतक के एक परिजन को एनटीपीसी में नौकरी और 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है। यह घटना पुसौर थाना क्षेत्र की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रियापाली निवासी माधव सिदार आत्मज परमानंद (38 वर्ष) एनटीपीसी लारा में किसी ठेकेदार के मातहत मजदूरी करते हुए अपनी बीवी और 2 बच्चों की परवरिश करता था। बुधवार सुबह एनटीपीसी लारा में ड्यूटी करने वाला माधव अपरान्ह 12 बजे निकला और घर से खाना खाकर पुनः काम पर गया था, मगर शाम होने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा।
दरअसल, शाम को एनटीपीसी गेट के सामने माधव को संदिग्ध हालत में बेसुध पड़े देख लोग सकते में आ गए। चूंकि, युवक की सांसें नहीं चल रही थी इसलिए श्रमिकों ने सिदार परिवार को सूचना दी। तदुपरांत, आनन- फानन में वाहन व्यवस्था कर माधव को जिला चिकित्सालय लाया गया तो डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के रिश्तेदार सहदेव सिदार ने पुलिस को बताया कि माधव बीमार नहीं था, परन्तु उसको सीने में दर्द की शिकायत थी। वे चाहते हैं कि माधव की मृत्यु की निष्पक्ष जांच हो।
वहीं, एनटीपीसी लारा ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र सिंह का कहना है कि भले ही माधव के शरीर में कहीं भी चोट आदि के निशान नहीं थे, मगर जब उसकी लाश मिली तो वह ड्यूटी कर निकल रहा था। ऐसे में मृतक ठेका श्रमिक के गरीब परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 25 लाख रुपए का मुआवजा मिले। बहरहाल, पोस्टमार्टम के बाद युवक के शव को अंतिम संस्कार के लिए सिदार परिवार को सौंपने वाली पुलिस मर्ग कायम करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।
