सक्ती। जिले में धान खरीदी अंतिम पड़ाव पर है, वहीं केंद्रों से धान उठाव को लेकर भी प्रशासन काफी सख्ती दिखा रहा है, साथ ही कुछ केंद्रों में परेशानियों की बातें भी सामने आ रही है। बता दें कि ग्राम सोनादुला धान खरीदी केंद्र में केंद्र प्रभारी की गलतियों का खामियाजा अब राइस मिलरों को भुगतना पड़ रहा है। सोनादुला धान खरीदी केंद्र में लगातार धान के बोरे में 3 से 5 किलों की कमी देखने को मिल रही है।












जानकारी के मुताबिक सोनादुला केंद्र प्रभारी कैलाश लहरे के खिलाफ शिकायत मिलने पर स्वयं एसडीएम मालखरौदा रजनी भगत केंद्र पहुंच जांच की। शिकायत के अनुरूप पाया गया कि धान की बोरी में कमीं मिली। ड्रेनेज की कमी, साफ सफाई बिल्कुल भी नहीं, वहीं पानी के लिए किसानों को भटकना पढ़ रहा है। ग्राम पोता में भी निरीक्षण के दौरान 4 से 5 किलो धान बोरे में कम मिला है, पोता धान खरीदी प्रभारी राज कुमार चंद्रा की भी लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद एसडीएम पोता भी पहुंची और पाया कि धान की काफी अफरा तफरी हो रही है। बड़े राबेली धान खरीदी केंद्र में भी एसडीएम के जांच में 3 से 5 किलो धान कम पाया गया है।





बता दें कि बड़े रबेली में भी शिव चंद्रा की शिकायत मिली थी। आमनदुला धान खरीदी केंद्र में भी जिन बोरियों की जांच एसडीएम में किया उसमें 10 किलो से अधिक धान की कमीं मिली। वहीं बहुचर्चित गांव पिहरीद में भी जांच में 7 से 8 किलो धान की कमीं एसडीएम को मिली। यहां तो शिकायतों के अनुरूप जांच हुई और धान की कमियों सहित कुछ जमीनी परेशानी भी अधिकारी को पता चला, मगर सुलोनी गांव की कहानी तो इन सब से अलग ही चल रही थी। बता दें कि धान खरीदी के लिए मानक बोरे में तौल कर धान भरा जाता है मगर सुलोनी में तो तराजू ही नहीं। यहां की कहानी मानो अंधेर नगरी चौपट राजा वाली चल रही थी।
बता दें कि सुलोनी धान खरीदी केंद्र में जवाहर खरीदी प्रभारी हैं वहीं इन सभी केंद्र प्रभारियों को लेकर राईस मिलर भी काफी परेशान रहते हैं। इस तरह का यह मामला इस वर्ष पहला है जहां केंद्र प्रभारी किसानों से धान अधिक खरीदते हैं और फिर बोरों से धान निकाल अपने घरों की तिजोरी भरते हैं। प्रदेश सरकार के धान खरीदी के समर्थन मूल्य से जहां किसान काफी खुश हैं, वहीं ऐसे भ्रष्ट खरीदी प्रभारियों के कारण प्रशासन की बदनामी होती है। बता दें कि एसडीएम मालखरौदा रजनी भगत जब से पदभार ग्रहण की हैं शिकायतों पर तत्काल जांच के साथ कार्रवाई भी करती दिखती हैं। रजनी भगत की तत्परता से आज इतने बड़े भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ हुआ है, वहीं एसडीएम ने जिला नोडल अधिकारी माहेश्वरी तिवारी को तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित भी किया है।
