निवेशकों के आवेदन पर और एफआईआर दर्ज कराने की चल रही तैयारी
रायगढ़। सहारा इंडिया कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ रायगढ़ में एक एफआईआर दर्ज हो चुकी है मगर अब तक कंपनी की ओर से निवेशकोंं के पैसे वापस लौटने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ शिकंजा और कसने का मन बना लिया है व अन्य निवेशकों से मिले आवेदनों पर भी एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
सहारा इंडिया कंपनी के नाम और लोगो का इस्तेमाल करते हुए आम लोगों को अपने झांसे में लेने और फिर सोयायटी के माध्यम से निवेश के रूप में रकम जमा करने और बाद में भुगतान करने से मुकरने वाले कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त हो चुका है। लगातार पत्राचार करने के बाद भी कंपनी के अधिकारियों की ओर से कोई रिस्पांस नहीं दिये जाने और निवेशकों की राशि लौटाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाये जाने की स्थिति में पिछले दिनों रायगढ़ में पहली एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके बाद भी कंपनी निवेशकों के पैसे लौटाने की दिशा में कोर्ई रूचि दिखाता नहीं दिख रहा है।
ऐसे में अब जिला प्रशासन ने सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में डिप्टी कलेक्टर चिटफंड कंपनी शाखा ने तहसीलदार को सहारा इंडिया कंपनी के संबंध में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सहारा इंडिया के अनुषांगिक संस्थाओं- सहारा क्रेडिट, को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, सहारा क्यू शॉप, सहारा स्टार, सहारा कामर्शियल इत्यादि में जिले के जमाकर्ताओं ने विभिन्न जमा योजनाओं में करोड़ों रुपये जमा किये जाने और जमा राशि की परिपक्वता पूर्ण होने के बावजूद भी राशि का भुगतान नहीं किये जाने संबंधी आवेदन प्राप्त हुए हैं।
अतैव कंपनी के शाखा प्रबंधक-सेक्टर मैनेजर के विरूद्ध छग के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम २००५ की धारा ७ (१) (२) के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए सहारा इंडिया कंपनी से संबंधित विस्तृत जांच प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध करायें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। यह पत्र १२ अक्टूबर को लिखा गया है। ऐेसे में माना यह जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य शिकायत आवेदनों में भी कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है।
26 सौ से अधिक मिले हैं शिकायत
जिला मुख्यालय के अलावे सहारा इंडिया कंपनी ने खरसिया, धरमजयगढ़, सारंगढ़, सरिया, पुसौर, बरमकेला, तमनार, घरघोड़ा इस तरह पूरे जिले में अपने फ्रेंचाइजी ऑफिस खोले थे और निवेशकों से पैसे जमा लिये थे। धोखाधड़ी की आशंका होने के बाद जिला प्रशासन को चिटफंड शाखा के माध्यम से ऐसे कुल २६२७ शिकायत आवेदन मिले हैं जिन्होंने कंपनी की विभिन्न स्कीमों में अपने पैसे जमा किये मगर अब भुगतान नहीं हो रहा है।
