रायगढ़। “मंडी बोर्ड की रकम से बन रहे घटिया सड़कों की जांच शुरू हो चुकी है। एसडीएम ने रोड के सैम्पल लेकर पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर किया है। किस रोड में क्या गड़बड़ी की जा रही थी, इसकी जांच लैब में होगी।”












हाल ही में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को इन सड़कों के निर्माण में अनियमितता की शिकायत मिली थी। रायगढ़ जिले में सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान ही नहीं रखा जाता। कृषि उपज मंडी बोर्ड ने खरसिया विधानसभा क्षेत्र में दर्रामुड़ा, कोड़तराई, डोंगीतराई समेत कुछ गांवों में सीसी रोड निर्माण की अनुमति दी थी। टेंडर प्रोसेस रायपुर में पूरी की गई। पूरे पैकेज का ठेका एक साथ रायपुर में किया गया था। कोई भी रोड 20 लाख से अधिक की नहीं है। इसमें भी गड़बड़ी करके ठेकेदार गुणवत्ताहीन कार्य कर रहा था।





उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने खुद ही इन गांवों का दौरा कर जांच करने को कहा। एसडीएम रायगढ़ को इसका जिम्मा दिया गया। उसी दिन रोड के सैम्पल काटकर लाए गए। अब यह सैम्पल पीडब्ल्यूडी को हैंड कर दिया गया है। लैब में कांक्रीट की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कुछ जगहों पर निर्माण वाकई में घटिया 5/7 स्तर का है।



