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Raigarh News : सौ एकड़ कोटवारी जमीनों की बिक्री, कार्रवाई जीरो

रायगढ़ ब्लॉक में तकरीबन पूरी जमीन बेची, रिकॉर्ड दुरुस्ती करवाकर दूसरे को पलटी जमीनें

रायगढ़। कोटवारी जमीनों को हड़पने के लिए कई कारोबारियों ने राजस्व कर्मचारियों के साथ मिलकर साजिश की। कई जगहों पर कोटवारी जमीनों की खरीद-फरोख्त की जा चुकी है। शासन के आदेश कोटवारी जमीनों की वास्तविक स्थिति की जानकारी मंगाई गई थी। इसमें पता चला है कि रायगढ़ ब्लॉक में सौ एकड़ कोटवारी जमीन बिक चुकी है। इस पर कोई जांच व कार्रवाई नहीं हो सकी है।

पूर्व में प्रदेश सरकार ने जिले की सभी कोटवारी जमीनों की वर्तमान स्थिति की जानकारी मंगवाई थी। सभी ब्लॉक से जानकारी नहीं मिल सकी थी, लेकिन रायगढ़ ब्लॉक में तकरीबन सौ एकड़ कोटवारी जमीन किसी कारोबारी या बिल्डर को बेची जा चुकी है। कुछ उद्योगों ने भी जमीनें खरीदी हैं। प्रशासन को पता भी नहीं है कि किस गांव में कोटवारी जमीन का सौदा हो चुका है। इसे सुरक्षित रखने के बजाय राजस्व विभाग खुद ही इसे कब्जाने वालों के साथ मिल गया है। तमनार में 1.672 हेक्टेयर और रायगढ़ में 39.908 हेक्टेयर मतलब लगभग सौ एकड़ कोटवारी जमीन बेच दी गई। शासन ने इस जमीन को सेवा भूमि अहस्तांतरणीय दर्ज करने का आदेश दिया था लेकिन अभी इन जमीनों में किसी और का कब्जा है। सौ एकड़ कोटवारी जमीनों को खरीदने वाले भी नौ लोग हैं। जानकारी मिलने के बाद न तो कोई जांच हुई और कार्रवाई जीरो है।

राजस्व मंडल ने निरस्त किए थे अनुमति आदेश
रायगढ़ के एक कारोबारी ने राजस्व मंडल के भूतपूर्व अध्यक्ष से अनुमति लेकर धड़ल्ले से कोटवारी जमीनें खरीदी। लेकिन राजस्व मंडल को अनुमति देने का अधिकार ही नहीं है। इसके कई साल बाद राजस्व मंडल अध्यक्ष डीएस मिश्र ने सारे अनुमति आदेश पुनर्विलोकन में लेकर खारिज कर दिए थे। जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए गए थे। हैरानी की बात है कि वह फाइल ही गायब कर दी गई क्योंकि कई कर्मचारी भी फंस रहे थे।

एक अकेले ने हड़पी 27 हेक्टेयर जमीन
कोटवारी जमीनें जीवन-यापन के लिए सेवा भूमि के रूप में दी गई थी। इसकी खरीद-बिक्री नहीं हो सकती। इसीलिए क्रेताओं ने राजस्व मंडल बिलासपुर से विधिविरुद्ध अनुमति लेकर जमीन खरीद ली। प्रदेश सरकार ने इसकी जानकारी मंगवाई थी लेकिन तब भी कार्रवाई नहीं हुई। रायगढ़ ब्लॉक की 39.908 हेक्टेयर में से 12.677 आठ लोगों ने जबकि एक अकेले खरीददार ने 27.231 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी।

इन्होंने खरीदी थी जमीन
आलोक इन्फोटेक प्रालि डायरेक्टर अमित रतेरिया
कोरबा वेस्ट पावर कंपनी की ओर से अजीत चोपड़े
वीसा स्टील की ओर से वीरेंद्र पिता बनवासी लाल अग्रवाल
बालाल बिल्डकॉन जगतपुर
सद्गुरु डेवलपर्स
रत्थूराम चौहान
देवकीनंदन मित्तल
मनीष अग्रवाल
पवन कुमार मित्तल