रायगढ़। मौजूदा राजनीति में शहर के राजघराने का सियासी दखल भले ही थोड़ा प्रभावित हुआ हो किंतु रायगढ़ के विकास को लेकर आज भी राजपरिवार पूर्ण समर्पण व अपनत्व की भावना से लबरेज है। इसकी ताजा मिसाल दो दिन पूर्व तब सामने आई जब प्रदेश के सांस्कृतिक गौरव गणेशमेला चक्रधर समारोह के संस्थापक सदस्य एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगदीश मेहर ने राजमाता रानी स्नेहमाला ( 86 वर्ष) से राजमहल में औपचारिक भेंट की व शाल ओढ़ाकर सम्मानित करते हुए आशीर्वाद लिया। वयोवृद्ध राजमाता ने मेहर को काफी समय बाद अपने बीच पाकर हर्ष व्यक्त करते हुए नगर के वर्तमान स्वरुप पर चर्चा कीं।
स्व. महाराजा चक्रधर सिंह के सुपुत्र पूर्व सांसद राजनीति के अजेय योद्धा लैलूंगा विधानसभा से लगातार 6 बार विजयी स्व. सुरेंद्र बहादुर सिंह की धर्मपत्नी राजमाता को महल के बरामदे से बैठक हाल तक हाथ पकड़कर पहुंचाने उनका सम्मान करने हालचाल जानने और आशीर्वाद प्राप्त करने को मेहर ने अपना सौभाग्य बताया। राजमाता ने जगदीश मेहर से चर्चा के दौरान नगर की पिछली तमाम विभूतियों का स्मरण किया। चक्रधर समारोह के संस्थापक सदस्य एवं राजघराने के नवरत्नों में शामिल कलागुरु वेदमणि सिंह ठाकुर को खास तौर पर याद किया गया। बीते माह बेदम को मिले चक्रधर सम्मान के लिए राजपरिवार ने उन्हें शुभकामनाएं भी दीं।
राजपरिवार का मानना था कि उन्हें यह सम्मान बहुत पहले मिलना चाहिए था। सांस्कृतिक कला के क्षेत्र मे प्रदेश क्या देश मे बेदम का मुकाबला नहीं। सरकारों को भी इस पर संज्ञान लेना चाहिए। इस मुलाकात में जगदीश मेहर के साथ पत्रकार हरेराम तिवारी भी मौजूद थे, उनसे भी राजमाता ने मौजूदा राजनैतिक परिदृश्य पर बात की तथा इस बातचीत से राजपरिवार बहुत प्रभावित नजर आया। उनके साथ इस मौके पर उनकी सुपुत्री प्रदेश कांग्रेस की पूर्व महिला प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री उर्वशी देवी सिंह, सुपुत्र, भाजपा के बड़े नेता तथा जिपं सदस्य देवेंद्र बहादुर सिंह व शाही परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति रही। करीब आधे घंटे तक चली इस मुलाकात मे राजमाता ने बहुत से अगली पिछली यादों का जिक्र किया और रायगढ़ के उज्जवल भविष्य की कामना की।
