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Raigarh News : चावल जमा नहीं किया, अब बीजी से होगी वसूली

रायगढ़ जिले में करीब 42 हजार क्विंटल चावल जमा करना बाकी, नए सीजन में बीजी देकर उठा रहे धान, रायपुर के बाद रायगढ़ में सबसे ज्यादा चावल बकाया

रायगढ़। वर्ष 21-22 के कस्टम मिलिंग के तहत जमा किए जाने वाला चावल नागरिक आपूर्ति निगम को मिला ही नहीं। 30 नवंबर की डेडलाइन खत्म होने के बाद अब मिलरों के बीजी से वसूली होनी है। रायगढ़ जिले में करीब 42 हजार क्विंटल चावल जमा नहीं किया गया है। मार्कफेड, खाद्य विभाग और सहकारिता विभाग ने मिलकर कस्टम मिलिंग सिस्टम को बर्बाद कर दिया है।

आसानी से जमा होने वाला चावल अब डेढ़ साल तक गोदामों में नहीं पहुंचता। राइस मिलरों के सामने बेबस हो चुके विभाग अब उनसे धान उठाव का चावल तक जमा नहीं करा पा रहे हैं। वर्ष 21-22 में मिलरों को रायगढ़ जिले में करीब 57.34 लाख क्विं. धान दिया गया था। चावल जमा करने की अवधि को दो बार बढ़ाकर मोहलत दी गई थी। नान में चावल जमा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर थी। एफसीआई की मोहलत खत्म हो चुकी है।

डेडलाइन गुजरने के बाद भी कुछ राइस मिलर चावल जमा नहीं कर पाए। रायगढ़ जिले में 42200 क्विंटल चावल जमा होना बाकी रह गया। इस हिसाब से 62985 क्विं. धान का उठाव कर मिलरों ने चावल जमा नहीं किया। अब बैंक गारंटी से इसकी वसूली होगी। धान प्रति क्विंटल करीब 3200 रुपए के हिसाब से राशि वसूल होगी। इतने धान का उठाव करने वाले मिलरों से करीब 20.15 करोड़ रुपए वसूले जाएंगे। सवाल यह है कि अगर राइस मिलर ने धान उठाया था तो वह कहां खप गया।