रायगढ़, 22 नवंबर। छग को पर्यटन का हब बनाने का सपना देख रही सरकार को उसके ही विभाग झूठा साबित करने में लगे हैं। टूरिस्ट स्पॉट को विकसित करने में नाकाम केलो परियोजना विभाग अब पहले से बने पार्क को भी बर्बाद करने में लग गया है। तीन साल से रेस्ट हाउस तो जस का तस पड़ा हुआ है। केलो डैम को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने के लिए वहां एक विशाल पार्क का निर्माण किया गया है। पिछले दो सालों से इस पर ध्यान ही नहीं दिया गया है। बचे हुए कामों के लिए फंड की कमी का हवाला देते हुए केलो परियोजना विभाग ने पल्ला झाड़ लिया है। यहां दो एजेंसियों को कॉन्ट्रेक्ट में मैनपावर सप्लाई का काम दिया गया था। कई महीनों से दोनों एजेंसियों को भुगतान नहीं किया गया।
यहां वीआईपी को रुकवाने के लिए आलीशान रेस्ट हाउस बनाया जा रहा था। केवल सिविल वर्क ही पूरा हो सका है। फर्नीचर और इंटीरियर के लिए करीब 70 करोड़ रुपए की जरूरत है। यह भी विभाग पास नहीं करवा पाया है। अब तो रेस्ट हाउस की बिल्डिंग भी खंडहर होने लगी है। इधर पार्क में किए गए सौंदर्यीकरण का हाल भी बेहाल है। गार्र्डन में पेड़-पौधे भी देखरेख के अभाव में सूख रहे हैं। दो हिस्सों में बंटे पार्क के बीच के हिस्से में भी काम हुए थे। अब वहां घास दिखाई दे रही है। मेन रोड से रेस्ट हाउस तक रोड का निर्माण भी नहीं हो सका है।
पर्यटन स्थलों की बदहाली पर सब चुप
कांग्रेस सरकार ने छग को पर्यटन की दृष्टि से बेहतर बनाने का दावा किया है जिसकी हवा निकल गई है। कोई नया काम तो नहीं किया जा सका है, उल्टे जो निर्माण पहले से किए जा चुके हैं, उसको बर्बाद करने का काम किया जा रहा है। केलो डैम पार्क की बदहाली को देखकर विभाग ने इसे ठीक करने के बजाय बंद करना ही ठीक समझा। छीछालेदर हुई तो मंगलवार से इसे खोलने का आदेश दिया जा रहा है।
