रायगढ़ जिले के लिए आज का दिन बेहद दु:खदाई रहा क्योंकि जिले के प्रख्यात क्रिकेट निर्णायक, पूर्व दवा प्रतिनिधि, डॉ. रूपेंद्र पटेल के विशेष सहयोगी, बच्चों के प्रिय गणेश भट्टाचार्य का आज तड़के सुबह रायपुर में निधन हो गया है। वे पिछले कई दिनों से अस्वस्थ थे। उनका इलाज श्री बालाजी हॉस्पिटल रायपुर में चल रहा था। गणेश भट्टाचार्य एक परोपकारी, मिलनसार, समाजसेवी व्यवहार के धनी व्यक्तित्व थे, बुजुर्ग ,मित्र, सहयोगी व बच्चे उन्हें प्यार से दादा कह कर पुकारते थे । उनका इस तरह अचानक दुनियां को अलविदा कहकर चले जाना उनके चाहने वालों एवं जिले की क्रिकेटरों के लिए असहनीय पीड़ादायक है। गणेश भट्टाचार्य के जाने के बाद उनके चाहने वाले उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। आज उनका पार्थिव शरीर रायपुर से रायगढ़ पहुंचेगा। गणेश दादा के अकस्मात चले जाने से पूरे शहर में शोक की लहर व्याप्त है उनका यूं चले जाना जिले के लिए अपूरणीय क्षति है।
गणेश अग्रवाल, रायगढ़। क्रिकेट में अंपायरिंग का महत्व सभी जानते है। एम्पायरिंग क्रिकेट में एक ऐसा शख्स है जिसका एक उंगली पूरे मैच के परिणाम को बदलने की मादा रखती है। शहर का बेटा गणेश भट्टाचार्य का नाम क्रिकेट में एम्पायरिंग के लिए लंबे समय तक मशहूर रहा। किसी को आउट देने हेतु उठने वाली एक उंगली की तरह ही गणेश का नजरिया भी एक ही था। क्रिकेट मैदान में उतरने के बाद गणेश यह भूल जाता था कि खेलने वाला उसका दोस्त है या रिश्तेदार है धारदार एंपायरिंग का शहर कायल था। क्रिकेट में गणेश की एंपेयरिंग में ईमानदारी जन चर्चा का विषय भी बनी।
बहुत से दर्शक खेल नही बल्कि गणेश की अंपायरिंग देखने जाते थे। जीवन की सार्थकता सही मायने में तभी है को कुछ आपके पास है आप उसे आस पास के लोगो में वितरित कर देते है। गणेश ने भी इस शहर को बहुत कुछ दिया है। गरीबों के मसीहा डाक्टर रूपेंद्र पटेल के यहां गणेश की मौजुदगी बहुत से गरीबों की सहायता की वजह रही। असमय मरीजों का आना उनके इलाज के लिए बेड दिलवाना उनके लिए दवाइयों की व्यवस्था करवाना। यह सब कुछ गणेश समर्पण भाव से करता रहा।
हॉस्पिटल से सबंधित कोई भी काम हो लोग गणेश से ही संपर्क करते थे। बहुत बार मैंने भी गणेश से संपर्क किया। हॉस्पिटल से जुड़े किसी भी काम में गणेश के अंदर मदद का भाव मौजूद रहा। इसके जरिए उसने को जो कमाई की है इसका आकलन करोड़पति भी नहीं कर सकते। गणेश को विरासत में कुछ नही मिला अपने बलबूते उसने अपनी ख्याति का साम्राज्य खड़ा किया अपने पीछे अपने नाम की कमाई छोड़ गया… एक दिन सबको जाना है… ये शाश्वत है सत्य है कठोर है… लेकिन है सच…. गणेश अब वापस नहीं आयेगा… वो दिलों में सदा याद जीवित रहेगा


