रायगढ़। अंचलवासियों के लिए एक अच्छी खबर है। पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में रायगढ़ का नाम भी शामिल हो गया है। आने वाले दिनों में रायगढ़ को वंदेभारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। प्रदेश को मिलने वाले दो ट्रेनों में से एक ट्रेन के रूट में अब रायगढ़ स्टेशन का नाम भी है।
आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को दो वंदेभारत ट्रेन मिलेगी। इसके लिए बिलासपुर व गोंदिया में कोचिंग डिपो का काम भी शुरू हो गया है। पहली ट्रेन बिलासपुर से संपर्क क्रांति रूट से दिल्ली तक चलेगी तो दूसरी ट्रेन गोंदिया से रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ होते झारसुगुड़ा तक पहुंचेगी। पहले इसमें रायगढ़ स्टेशन का नाम शामिल किए जाने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी मगर रेलवे की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि गोंदिया से झारसुगुड़ा वंदेभारत ट्रेन में रायगढ़ को भी शामिल किया गया है। इसमें सफर करने का फायदा यह होगा कि बिलासपुर से दिल्ली के लिए १८ घंटे लगते हैं। वंदेभारत से यह सफर १४ घंटे में पूरा होगा। इसी तरह गोंदिया से चलने वाली वंदेभारत ट्रेन में रायपुर से सिर्फ ४ घंटे में झारसुगुड़ा पहुंच जायेंगे। अभी इसके लिए साढ़े ६ घंटे लग रहे हैं। गोंदिया व बिलासपुर में वंदेभारत ट्रेन के लिए ५०-५० करोड़ रुपये से कोचिंग डिपो बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। इससे अब लगभग साफ हो गया है कि छत्तीसगढ़ को दो वंदेभारत ट्रेन आने वाले समय में मिलेगी।
झारसुगुड़ा तक हो चुका है ट्रायल
वंदे भारत की स्पीड करीब १३० किमी है। रेलवे की सीआरएस टीम ने दुर्ग से झारसुगुड़ा के बीच ट्रेन को १३० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर परीक्षण कर लिया है। सूत्रों के अनुसार यह ट्रायल भले ही वंदेभारत ट्रेन के लिए नहीं था लेकिन यह साफ हो गया है कि इस ट्रैक पर हाईस्पीड ट्रेनें आसानी से चल सकती हैं। संभावना है कि यह ट्रेन मई-जून २०२३ के आसपास शुरू हो जायेगी। कोचिंग डिपो अगले साल मई-जून तक बनकर तैयार हो जायेगा। इसके तुरंत बाद ट्रेन शुरू कर दी जायेगी। वंदेभारत ट्रेन की खासियत यह है कि आने वाले समय में इसकी स्पीड १६० से १८० किमी प्रतिघंटा की जा सकती है।
