जशपुर। घर वापसी के बाद गढ़वापसी का ऐलान करने वाली जशपुर रियासत की बड़ी बहू प्रियम्वदा सिंह जूदेव ने आज फिर से कहा है कि मार्च के महीने में बच्चों की परीक्षा खत्म होगी और उनकी परीक्षा खत्म होते ही हम सबकी परीक्षा शुरू हो जाएगी। यह असली इम्तिहान की घड़ी है। सोच समझकर फैसला लेने का वक्त है। हमें अभी से यह तय कर लेना होगा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारधारा से जुड़ना है या प्रदेश की कांग्रेस सरकार के विचारधारा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा यह है कि देश की बेटियों को बचाने, पढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए वह दिन रात मेहनत करते है। बेटियों के लिए कई योजनाएं उन्होंने बनाई, जिसके चलते देश की बेटियां पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर रही हैं। वहीं प्रदेश की वर्तमान सरकार में महिला उत्पीड़न, महिला अत्याचार और महिलाओं की हत्या के ग्राफ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
श्रीमती जूदेव शनिवार को भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा कुनकुरी के कंडोरा में आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक होने आई थी। उद्बोधन की शुरुआत में उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए विश्व महिला दिवस की बधाईयां दी और कहा कि नारी पहले परिवार की एक सदस्य मात्र थी लेकिन आज के वक्त में नारी परिवार के रीढ़ की हड्डी बन चुकी है। उन्होंने अपने मायके रामगढ़ स्टेट का जिक्र करते हुए कहा कि जब महिलाओं को घर की चौखट से बाहर निकलना मुश्किल होता था तब मेरी दादी राज्यसभा सदस्य बनी और लोकसभा सांसद भी बनी थी। उन्होंने पूर्व केंद्रीय स्व. सुषमा स्वराज का स्मरण करते हुए कहा कि सुषमा स्वराज जैसी तेजस्वी महिला से महिलाओं को प्रेरणा मिलती है और मैंने भी उनसे प्रेरणा लिया है। उन्होंने कहा कि स्व. सुषमा स्वराज से उनके पारिवारिक संबंध रहे हैं।
