रायगढ़। ओड़िशा सीमा से लगे सियारपाली जंगल में लाश मिलने की खबर ने पुलिस को खूब छकाया। वर्दीधारियों ने दिनभर जंगल की खाक छानी, मगर किसी का शव नहीं मिला। ऐसे में अफवाह के चक्कर में ठंड के मौसम में भी पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ गया ।सूत्रों के मुताबिक शहर के चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रवीण मिंज के क्रिसमस छुट्टी में जाने के बाद रविवार को पूरा स्टॉफ दिनभर भागमभाग में उलझा रहा। दरअसल, भेलवाटिकरा के पहाड़ में नरकंकाल मिलने की अनसुलझी पहेली को सुलझाने में पुलिस उलझी ही थी कि पूर्वांचल के ग्राम सियारपाली से सूचना मिली कि गांव से लगे जंगल में एक अज्ञात युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली है।
फिर क्या, एक टीम के भेलवाटिकरा जाने के बाद दूसरी टीम सियारपाली रवाना हुई और खोजबीन शुरू की। सियारपाली से लगे जंगल के इस छोर से उस छोर तक खाकी वर्दी पहने जवानों ने खाक छानी। यही नहीं, विशाल पेड़ों पर भी चौतरफा नजर घुमाया ताकि यदि फांसी पर किसी की लाश लटक भी रही हो तो वह दिख सके, लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला। दोपहर से दिन ढलते तक वर्दीधारियों ने यथासंभव सर्च अभियान चलाते हुए जंगल की खाक छानी पर कोई लाश नहीं दिखी।
अंधेरा ढलते तक पुलिस जंगल में रही, फिर भी कोई मृतदेह नहीं दिखा। ऐसे में खोदा पहाड़ निकली चुहिया की कहावत चरितार्थ होते देख पुलिस को बैरंग रायगढ़ लौटना पड़ा। यानी जंगल में लाश मिलने की एक सूचना ने पुलिस को खूब छकाया।
