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कोयला चोरी केस में कई अनसुलझे सवाल छोड़ गई पुलिस

एक ढाबा और एक डिपो का नाम गायब, ओडिशा के ट्रांसपोर्टर की गाड़ी लेने आई थी कोयला, ड्राइवरों से सेटिंग कर अंबुजा की माइंस से निकाला कोयला, कंपनी के अधिकारियों पर भी उठे सवाल

रायगढ़। अंबुजा सीमेंट की कोल माइंस से कोयला चोरी करके ले जाते ओडिशा नंबर की दो गाडिय़ां पकड़ाई हैं। इसके साथ छह लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें दो ड्राइवर हैं। दरअसल इस कांड का सरगना अभी भी पकड़ से बाहर है। एक ढाबा संचालक और एक कोल माफिया के इशारे पर पूरा काम किया गया।

तमनार की एक माइंस से ओडिशा के प्लांट को कोयला भेजा जाता है। दोनों ट्रेलर क्रमांक ओडी 15 एस 3252 और ओडी 23 एल 3899 भी कोयला लोड कर सुबह निकलने वाली थी। तमनार क्षेत्र में सक्रिय गिरोह ने दोनों के ड्राइवरों से संपर्क किया और अंबुजा सीमेंट के कोल माइंस गारे पेलमा 4/8 में गाड़ी घुसा दी। कंपनी के सिक्योरिटी कर्मचारियों से सांठगांठ कर कोयला लेकर गाड़ी निकल भी गई। इसके बाद कोयला एक प्लांट में भेजा जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक गाडिय़ों को प्लांट के पास पकड़ा गया है। दोनों गाडिय़ां ग्लोबल लॉजिस्टिक्स झारसुगुड़ा के नाम पर हैं। यह कंपनी झारसुगुड़ा और संबलपुर में सक्रिय है। मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ में हिंडाल्को की माइंस में सबसे ज्यादा ओडिशा की गाडिय़ां लगी हुई हैं क्योंकि ट्रांसपोर्टिंग का टेंडर ओडिशा की फर्म को ही मिला है। चोरी का कोयला निकालने के बाद तमनार के पास एक ढाबे में डील की गई। लेकिन कोयला प्लांट में पहुंचने के पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया। इस खेल का सरगना अमित है जो तमनार क्षेत्र में सक्रिय है। 

अंबुजा में कोई गाड़ी ओडिशा की नहीं

अडाणी ग्रुप ने हाल ही में अंबुजा सीमेंट्स का टेकओवर किया है। अंबुजा की माइंस से निकला कोयला छग में ही स्थित उसके प्लांट में जाता है। परिवहन में कोई भी ओडिशा की गाड़ी नहीं लगती। हिंडाल्को की बनखेता माइंस से रोज कोयला ओडिशा जाता है। पटेल ट्रांसपोर्ट, अभिमान, मातारानी, आर्यन और आरती ट्रांसपोर्ट ही वहां से कोयला उठाते हैं। इसमें से तीन कंपनियां ओडिशा की गाडिय़ां लगाती हैं। ग्लोबल लॉजिस्टिक्स के नाम पर दोनों गाडिय़ां हैं। कोयले के इस खेल का सरगना अभी भी पकड़ से बाहर है।

कंपनी के अधिकारियों पर भी उठे सवाल

अंबुजा की माइंस से कोयला चोरी होने की खबर केलो प्रवाह ने पूर्व में प्रकाशित की थी। तब कंपनी की ओर से सफाई भी दी गई थी कि ऐसा कुछ भी नहीं होता। पुलिस की कार्रवाई ने केलो प्रवाह की खबर पर मुहर लगाई है। इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद आसानी से दो ट्रेलर अंडरग्राउंड माइंस में घुसे और कोयला लेकर निकल गए। सूत्रों के मुताबिक इसमें कंपनी के किसी अधिकारी ने सहायता की है, अन्यथा गाडिय़ां घुस ही नहीं पाती।