अधिकारी पर गाली-मारपीट व स्कूटी लूटने का अपराध दर्ज नहीं होने पर भूख हड़ताल का किया ऐलान
रायगढ़, 11 जनवरी। पुसौर तहसीलदार पर एक बुजुर्ग किसान ने मारपीट कर लूटपाट का सनसनीखेज आरोप लगाया है। किसान का आरोप है कि अपने खिलाफ शिकायत से बौखलाए तहसीलदार ने गाली-धमकी देते हुए मारपीट की और उसकी स्कूटी की चाबी छीन ली। ऐसे में पुसौर से लिफ्ट लेकर रायगढ़ आया किसान अब न्याय की गुहार लगाते हुए गांधी प्रतिमा के पास भूख हड़ताल पर बैठ गया। वहीं पुसौर तहसीलदार एनके सिन्हा का कहना है कि सिविल कोर्ट के आदेशानुसार आवेदन झसकेतन भोय और अनावेदक मानगोविन्द का नाम दर्ज करने का आदेश है। झसकेतन भोय अनावेदक मानगोविन्द को मृत घोषित कर उसका नाम कटवाना चाहता था जबकि मानगोविन्द जीवित है। आवेदक ने अपने प्रयास में असफल होने पर मुख्यमंत्री जनदर्शन में बारंबर शिकायत प्रस्तुत किया। आज झसकेतन भोय को किसी वरिष्ठ न्यायालय के आदेश हो तो प्रस्तुत करने को कहा गया जिस पर न्यायालय में अत्यधिक उत्तेजित होकर गाली-गलौच करते हुए धरना प्रदर्शन की धमकी देकर चला गया।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से लगे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के पास बुधवार दोपहर से एक बुजुर्ग शख्स धरने पर बैठा है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के नाम आवेदन थामे वृद्ध पुसौर के वार्ड नंबर 1 बोरोडिपा निवासी झसकेतन भोय (70 वर्ष) ने बताया कि वह खेती किसानी करता है। पुसौर तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा को जिला न्यायाधीश के कोर्ट से झसकेतन की शिकायत पर कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट की नोटिस जारी हुई है। वहीं, बुधवार अपरान्ह लगभग 12 बजे किसान अपनी स्कूटी (कमांक-सीजी 13 एबी 2369) से रायगढ़ जाने के लिए घर से निकला और तहसील कार्यालय के पास पहुंचा था तभी वहां खड़े तहसीलदार ने रास्ता रोकते हुए कॉलर पकडक़र बुजुर्ग को गाड़ी से उतारा और उसके गाल में तमाचा जड़ दिया।
झसकेतन का आरोप है कि अपने दफ्तर के सामने तहसीलदार ने गाली-गलौज कर अपने खिलाफ कोर्ट केस होने पर जेल भेजवाने की धमकी देते हुए किसान की पॉकेट में रखे पेशी पर्ची और 500 रुपए के अलावे स्कूटी की चाबी भी छीनकर जब्त कर ली। स्कूटी की डिक्की में वृद्ध कृषक के मुकदमे से संबंधित अहम फाइलें और 2 हजार रुपए भी है। घटना के बाद तहसीलदार ने झसकेतन को नोटिस दिया, जिसमें आज की ही पेशी लिखी थी और इसे कल ही जारी किया गया है। चूंकि, स्कूटी देने की बजाए अफसर ने बुजुर्ग को कथित तौर जमीन में दफन कराने की धमकी दी, इसलिए सहमा झसकेतन अपनी जान बचाकर वहां से भागा और दुर्गा नामक एक शख्स से लिफ्ट लेकर रायगढ़ पहुंचा। बुजुर्ग किसान ने कलेक्टर को दिए आवेदन में तहसीलदार के विरुद्ध अपराध कायम करने की मांग करते हुए भूख हड़ताल की सूचना दी है।

क्या कहते हैं तहसीलदार
झसकेतन द्वारा मुझ पर लगाए सारे आरोप निराधार और बेबुनियाद है। दरअसल, एक मामले में झसकेतन और मान गोविंद का नाम दर्ज है। झसकेतन अपने साथी मान गोविंद को मृत बताते हुए उसका नाम काटने का दबाव बना रहा था। काफी कोशिशों के बावजूद जब वह मान गोविंद का नाम नहीं कटा पाया तो पूर्वाग्रह से पीडि़त झसकेतन ने मेरे खिलाफ मारपीट और स्कूटी लूटने का आरोप लगाया है।
– नंदकिशोर सिन्हा, तहसीलदार, पुसौर
