बायर कंपनी के नाम पर नकली पाउडर की हो रही थी पैकिंग, कृषि विभाग ने दिया था नोटिस, अब एफआईआर की तैयारी
रायगढ़, 28 नवंबर। बायर कंपनी के फफूंदनाशक दवा नकली पैकेजिंग कर असली के रेट में बेचने वाले गिरोह तक पहुंचने के लिए अब कृषि विभाग पुलिस का सहारा लेगा। इतने बड़े मामले को सुलझाने एफआईआर की जाएगी। कृषि विभाग ने उस मकान मालिक को नोटिस भी दिया था लेकिन जवाब में उसने किसी का भी नाम बताने से इंकार कर दिया है। बीते 17 नवंबर को कृषि विभाग की टीम ने छातामुड़ा से सारंगढ़ रोड की ओर एक मकान में छापेमारी की थी। मौके से बायर कंपनी के फफूंदनाशक के नकली रैपर और चार बोरों में नकली पाउडर जब्त किया गया था। इसके अलावा 500 ग्राम के भरे हुए 2171 पैकेट, 250 ग्राम पैकिंग के भरे हुए 511 पैकेट, 190 किलो पाउडर, 250 ग्राम के 4000 पैकेट और 500 ग्राम के 1800 खाली पैकेट भी जब्त किए गए थे।
अगर यह पैकेट ओरिजिनल की कीमत पर बिकते तो करीब दो करोड़ रुपए की अवैध कमाई हो जाती। जो किसान इस नकली फफूंदनाशक को खरीदता वह ठगा जाता। कृषि विभाग ने प्रकरण दर्ज कर मकान मालिक मदन प्रसाद पिता महादेव प्रसाद को नोटिस दिया था। जवाब में मदन प्रसाद ने कहा है कि उसे व्यापारी का नाम नहीं मालूम है जो नकली पाउडर और रैपर छोडक़र गया था। इसलिए अब कृषि विभाग ने उस व्यापारी को पकडऩे के लिए एफआईआर की तैयारी की है। बताया जा रहा है कि शहर के ही एक व्यापारी ने इसकी पैकिंग का काम दो-तीन रुपए प्रति पैकेट की दर से दिया था।
जूट मिल रोड की दुकानों पर संदेह
जूट मिल रोड, कबीर चौक और छातामुड़ा चौक की तरफ कई कीटनाशक दुकानें हैं। इनमें से किसी दुकान संचालक की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए अब पुलिस को मामला सौंपा जाएगा। ऐसे मामलों में एफआईआर का प्रावधान होता है। शहर के उस व्यापारी तक कृषि विभाग पहुंचना चाहता है ताकि गड़बड़ी की जड़ ही खत्म हो जाए।
