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एनालाइजर मशीन से लॉट रिजेक्ट हुए तो बिफरे मिलर, FCI डिपो गेट के सामने आंदोलन करने का फैसला, एक ही डिपो में लगी है मशीन

रायगढ़, 14 मार्च। राईस मिलरों ने एफसीआई में आई ऑटोमेटिक ग्रेन एनालाइजर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को करीब १० लॉट मशीन ने रिजेक्ट कर दिए तो राइस मिलर बिफर गए हैं। 16 मार्च से एफसीआई गेट के सामने धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया गया है । भारतीय खाद्य निगम में सरकार ने कई बदलाव किए हैं। चावल के गुणवत्ता परीक्षण में आ रही शिकायतों को जड़ से समाप्त करने के लिए ऑटोमेटिक ग्रेन एनालाईजर मशीन का सिस्टम लागू किया गया है। देश के 50 ही एफसीआई डिपो में ऑटोमेटिक ग्रेन एनालाइजर मशीन स्थापित की गई है।

छग में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, रायगढ़ और धमतरी के डिपो में यह मशीन लग चुकी है। इसकी वजह से अब राइस मिलर आक्रोशित हो गए हैं। दरअसल, सोमवार को मशीन ने करीब दस मिलरों के 14 लॉट एफआरके का परीक्षण किया जिसे रिजेक्ट कर दिया गया। दरअसल, मशीन में चावल डालने के बाद उससे जुड़ी सभी रिपोर्ट सामने आ जाती है। केवल न्यूट्रीशन के लिए अलग टेस्ट होता है। एक साथ इतने लॉट फेल होने के बाद हंगामा हो गया। मंगलवार को एफसीआई ने दोबारा टेस्ट किया। इस बार थोड़ी छूट दी गई तो लॉट पास हो गए, लेकिन राईस मिलरों ने अब एफसीआई में चावल जमा नहीं करने का निर्णय लिया है।

उनका कहना है कि जब तक सभी गोदामों में यह मशीन नहीं लग जाएगी वे आंदोलन करेंगे। दूसरे गोदामों में बिना मशीन टेस्ट के चावल लिया जा रहा है, इसलिए आज से कोई भी मिलर्स लॉट डंप नहीं करवाएंगे। जो भी लॉट मंगलवार तक खाली हो गई उसके बाद जो भी गाड़ी लोड रह जाती है तो उसको अपने मिल में खाली कराना पड़ेगा। 17 मार्च से एफसीआई डिपो गेट के सामने टेन्ट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।