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Raigarh News : उसना चावल जमा नहीं कर रहे मिलर, एमडी का लेटर

एफसीआई में जमा किया जाना है उसना फोर्टिफाइड चावल, कलेक्टर ने ली मिलर्स की मीटिंग

रायगढ़। कस्टम मिलिंग पर विभागों का नियंत्रण नहीं रहा है। पूरा काम राइस मिलर लॉबी के हिसाब से हो रहा है। उन्हीं के इशारे पर डीओ जारी होता है। तभी तो उसना फोर्टिफाइड के लिए डीओ तक जारी नहीं किया गया है। दरअसल उसना राइस मिलरों ने टारगेट के मुताबिक उठाव ही नहीं किया है। उनको डीओ भी जारी नहीं किया जा रहा है।

कलेक्टर ने राइस मिलरों की बैठक ली है जिसमें कस्टम मिलिंग की रफ्तार बढ़ाने का आदेश दिया है। जिले में कस्टम मिलिंग धीमी गति से होने के कारण धान उठाव नहीं हो रहा है। उसना मिलरों की मनमानी भी सामने आई है। 22-23 में एफसीआई में करीब साढ़े नौ लाख क्विंटल धान का टारगेट उसना फोर्टिफाइड के लिए दिया गया है। जिले में उसना मिलरों ने पंजीयन तो कराया है लेकिन क्षमता के अनुसार उठाव नहीं किया है। अब तक मार्कफेड ने करीब 20 हजार क्विं. का ही डीओ जारी किया है। मतलब केवल 20 प्रश ही उठाव हो सका है। करीब साढ़े छह लाख क्विं. उसना चावल जमा होना है जिसकी तुलना में अभी तक 23 हजार क्विं. ही जमा हो सका है। कुल धान आवंटन का 20 प्रश उठाव और चावल जमा का 4 प्रश ही जमा हुआ है। नान में अरवा फोर्टिफाइड चावल भी करीब 25 हजार क्विं. ही जमा हो सका है। राइस मिलरों ने रायगढ़ जिले के धान उठाव से ज्यादा ध्यान दूसरे जिले के डीओ का रखा है।

दूसरे जिले के डीओ में गड़बड़ी शुरू
नान और एफसीआई में चावल जमा करने की गति धीमी होने के कारण कलेक्टर ने सभी मिलरों को हिदायत दी है। बताया जा रहा है कि मिलरों ने लॉट रिजेक्ट होने की समस्या बताई है। क्वालिटी मेंटेन करने के लिए एज टेस्ट भी किया जा रहा है। दूसरे जिले के डीओ जारी करने के बाद इसकी बिक्री की गई है। मार्कफेड को इससे भारी नुकसान हो रहा है।