Skip to content
Home | मेट्रो हॉस्पिटल ने रचा कीर्तिमान, डॉ. राजू पटेल ने आंत फटने वाले 100 मरीजों का सफल ऑपरेशन कर बचाई जान

मेट्रो हॉस्पिटल ने रचा कीर्तिमान, डॉ. राजू पटेल ने आंत फटने वाले 100 मरीजों का सफल ऑपरेशन कर बचाई जान

रायगढ़। चिकित्सा के क्षेत्र में श्री बालाजी मेट्रो हॉस्पिटल के चिकित्सक नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे। इस बार मेट्रो अस्पताल ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। अस्पताल के चिकित्सकों ने आंत फटने की समस्या से पीड़ित 100 गंभीर मरीजों का सफल ऑपरेशन कर उन्हें नया जीवन दिया है। अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार उड़ीसा निवासी चुरामणि भोई को 15 दिन पहले अचानक बहुत तेज पेट दर्द हुआ जिसके लिए वे मेट्रो हास्पिटल के सर्जन डॉ. राजू पटेल से मिले और उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया। डॉ. राजू पटेल ने जरूरी जांच कराया और रिपोर्ट में पाया कि आंत फटने की वजह से पेट में दर्द हो रहा है। डॉ. राजू पटेल ने मरीज व परिजनों को ऑपरेशन की सलाह दी और सहमति मिलते ही सफल ऑपरेशन किया।

ऑपरेशन के पश्चात मरीज को बेहतर पोस्टकेयर के लिए आईसीयू में रखा गया और फिर वार्ड में रखने के बाद पांच दिन पहले उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। फालोअप में पाया गया कि चुरामणि भोई ठीक है। आपको बता दें कि चुरामणि भोई मेट्रो हॉस्पिटल के 100 वे मरीज हैं जो आंत फटने के बाद ऑपरेशन से ठीक हुए हैं। विगत 3 से 4 सालों में डॉ. राजू पटेल और उनकी टीम द्वारा आंत फटने वाले 105 गंभीर मरीजों का आपरेशन किया गया उनमें से 100 मरीजों का सफल ऑपरेशन कर उन्हें नया जीवन दिया है।

क्या कहते हैं डॉ. राजू
डॉ. राजू पटेल (डी. एन. बी. एफ.आई.ए.जी. ई. एस. जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन) बताते हैं कि आंत फटने की गंभीर बीमारी का इलाज केवल ऑपरेशन है। इस आपरेशन में मृतकों की संख्या सामान्य आपरेशन की तुलना में बहुत ज्यादा होता है। ऐसे आपरेशन में इन्फेक्शन रेट सामान्यतः 30 से 40 प्रतिशत होता है लेकिन मेट्रो हास्पिटल में ये केवल 3 प्रतिशत है। इस तरह के मरीजों में जिनकी जान नहीं बच पाती है उसका मुख्य कारण मल्टीआर्गन फैलियर होता है, जिसमें मुख्यतः किडनी और फेफड़ा इनवाल्व होता है। डॉक्टर पटेल आगे बताते हैं कि इंटेस्टाइनल परफोरेशन के मरीज को ठीक करने के लिए एक अनुभवी सर्जन के साथ-साथ अनुभवी एनेस्थेटिक, बेहतर आईसीयू केयर और पोस्ट आपरेटिव केयर की आवश्यकता होती है। मेट्रो हास्पिटल में रायगढ़ जिले के अनुभवी एनेस्थेटिस्ट डॉ. उमाशंकर गुप्ता उपलब्ध है और मेट्रो की आईसीयू केयर भी बेहतर है।

आंत फटने की वजह एवं रोकथाम
डॉ. राजू पटेल ने बताया कि वैसे तो आंत फटने के कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारण दर्द निवारक दवा, टाइफाइड, आंतों में टीबी और कभी-कभी आंतों में कैंसर की वजह से भी ये फट सकती है। रोकथाम के लिए जरूरी है कि अनावश्यक दर्द निवारक दवा लेने से बचें, टाईफाइड और पेट की टीबी का ईलाज जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी शुरू करें, पेट दर्द हो तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। इस बीमारी में आपरेशन जितना जल्दी होता है मरीज के ठीक होने की संभावना उतनी ज्यादा होती है।