चार गांवों में सीसी रोड के लिए गए सैम्पल, मंत्री की मौजूदगी में ठेकेदार को फटकार
रायगढ़। खरसिया विधानसभा में मंडी बोर्ड की ओर से कुछ गांवों में सीसी रोड का निर्माण चल रहा है। इसकी गुणवत्ता को लेकर मंत्री उमेश पटेल बहुत नाराज हुए। उन्होंने तुरंत रायगढ़ एसडीएम को मौके पर बुलाकर जांच कराने को कहा। ठेकेदार को भी जमकर फटकार पड़ी। इसके बाद सभी निर्माणाधीन सड़कों के सैम्पल कटिंग किए गए।
रायगढ़ जिले में सबसे बड़ी समस्या सड़कों की ही है। उस पर कोई ठेकेदार अगर घटिया निर्माण करे तो सवाल उठने लाजिमी हैं। कृषि उपज मंडी बोर्ड ने खरसिया विधानसभा क्षेत्र में कुछ गांवों में सीसी रोड की स्वीकृति दी थी। दर्रामुड़ा, कोड़तराई, डोंगीतराई समेत कुछ गांवों में निर्माण चल रहा है। इसका ठेका भी रायपुर के ठेकेदार पांडे को दिया गया है। इसकी क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें आ रही थी। इसकी सूचना उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तक पहुंची। उन्होंने मंगलवार को गांव पहुंचकर खुद ही सड़कों का जायजा लिया। सड़कों की स्थिति देखकर वे बेहद नाराज हुए और मौके पर रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा को बुला लिया।
उन्होंने सख्त लहजे में सभी सड़कों की जांच करने का आदेश एसडीएम को दिया। तुरंत सीसी रोड की कटिंग कर सैम्पल लिए गए हैं। इसकी जांच पीडब्ल्यूडी लैब में कराई जानी है। बताया जा रहा है मौके पर रोड को देखकर ही पता चल रहा था कि कितना खराब काम हुआ है। ठेकेदार को भी मंत्री उमेश पटेल ने फटकार लगाई। अब मामले में जांच शुरू हो गई है।
ग्राम पंचायत नहीं हैं एजेंसी
इस काम की मंजूरी की कहानी भी दिलचस्प है। मंडी बोर्ड ने काम स्वीकृत कर फंड जारी किए। कोई भी रोड 20 लाख से अधिक बजट का नहीं है। ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया जा सकता था लेकिन इसका टेंडर ग्रुप में रायपुर से किया गया जिसमें वहीं के ठेकेदार पांडे ने बाजी मारी। अब काम की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई तो कार्रवाई की जा रही है।
