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Raigarh News : एमओ योगेंद्र सिंह बोले : मां शारदा मिनरल्स के गड़बड़ियों की होगी पूरी जांच

रायगढ़। क्रशरों में रॉयल्टी चोरी और अवैध खनन का मामला अब सामान्य हो गया है। खनिज विभाग ने भी इसे मौन स्वीकृति दे दी है। इसीलिए तो अब किसी भी क्रशर की जांच ही नहीं होती। मां शारदा मिनरल्स सेंदुरस गुड़ेली की कहानी भी ऐसी ही कुछ है। इस क्रशर में भंडारण का लाइसेंस है लेकिन चूना पत्थर का स्रोत ही नहीं मालूम। खनिज विभाग ने कभी इसकी जांच ही नहीं की। अब इस पर खनिज विभाग ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। खनिज विभाग को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि किसी की करनी का खामियाजा वह क्यों भुगते…..? लेकिन खनिज विभाग का यह पुराना राग है जो वह दबाव के दौरान अलापता है मगर दबाव हटते ही खनिज विभाग लेन-देन करके पुरानी बातों को भूल जाता है पर एमओ के संकेत से इस बार तो यही लगता है कि खनिज विभाग वास्तव में कठोर कार्रवाई करने के मूड में है। खनिज विभाग ने सेंदुरस गुड़ेली में मां शारदा मिनरल्स के संचालक हिमांशु अग्रवाल पिता नारायण अग्रवाल निवासी सांई हेरिटेज कॉलोनी के नाम

से भंडारण लाइसेंस जारी किया है। खसरा नंबर 74/1, 75/2, 74/2, 74/3 रकबा 0.477 हे. में 5000 टन की अनुमति दी है। मतलब किसी भी समय 5000 टन से अधिक चूना पत्थर क्रशर में नहीं होना चाहिए। क्रशर प्लांट के लिए खनिपट्टों से बोल्डर खरीदा जाना है। जिसके सभी वैध दस्तावेज क्रशर में होने चाहिए। हर साल क्रशर संचालक को एसेसमेंट के दौरान यह बताना होता है कि उसने पत्थर किस खदान से खरीदे और कब-कब कितनी मात्रा बेची। सभी रॉयल्टी पर्चियों का भी हिसाब देना होता है। क्रशिंग के बाद गिट्टी को बेचने के लिए पर्ची जारी करवाई जाती है। सा भर में गिट्टी बेचने के बाद कितनी मात्रा बची, उसका भी हिसाब बताना होता है। मां शारदा मिनरल्स में इसका कोई हिसाब ही नहीं है। बोल्डर या पत्थर कहां से आए, उस स्रोत का कोई हिसाब ही क्रशर संचालक के पास नहीं है। किसी भी स्थिति में अनुमति प्राप्त मात्रा से अधिक नहीं बेचा जा सकता। बिना रॉयल्टी के भी क्रशर संचालक ने मनमाने तरीके से लाइमस्टोन बेचा है।

पत्थरों की आवक बहुत अधिक

जिन क्रशरों में केवल क्रशिंग प्लांट हैं, वे एक पर्ची पर एक से ज्यादा राउंड लगवाते हैं। वैध खनिपट्टे से ही पत्थर खरीदने होते हैं। मां शारदा मिनरल्स में अवैध खदानों से पत्थरों की आवक बहुत अधिक है। खनिज विभाग ने एसेसमेंट के दौरान कभी इस बात की जांच ही नहीं की कि क्रशर में पत्थर कहां से लाए गए। इसके बाद गिट्टी भी तय अनुमति से अधिक भंडारित की गई।

जल्द भेजेंगे जांच टीम

मां शारदा मिनरल्स की ढेरों शिकायतें मिली है। जल्द ही हम जांच टीम भेजकर क्रशर की विस्तृत जांच करवाएंगे : योगेंद्र सिंह, खनिज अधिकारी रायगढ़