अवैध प्लॉटिंग के खेल से अनजान बना प्रशासन
रायगढ़। भू-माफियाओं ने एक भी इलाके को नहीं छोड़ा है। जहां कृषि भूमि मिली खरीदकर प्लॉट काट दिए। अब तो एक बैंक की महिला कर्मचारी भी इस गैंग में शामिल हो गई है। बताया जा रहा है कि गोवर्धनपुर, सांगीतराई और बड़े रामपुर में महिला के परिवार की जमीन को ठेके पर लेकर प्लॉटे बेचे जा रहे हैं। गोपालपुर में अवैध प्लॉटिंग करने वालों ने एक नहीं आधा दर्जन साइटों पर कारोबार फैला लिया है। पटवारियों से सेटिंग के कारण अधिकारियों तक कोई खबर नहीं पहुंच पाती। गोपालपुर में चार लोगों ने साढ़े पांच एकड़ खेत को 600 रुपए वर्गफुट के रेट से प्लॉटिंग करने का काम शुरू किया है। बिना अनुमति और बिना रेरा पंजीयन के इतनी बड़ी कॉलोनी काटी जा रही है।
इसमें वासु, हेमसागर, ऋषि और स्वर्णकार के नाम सामने आ रहे हैं। चारों की अब एक नई कहानी सामने आई है। शहर के एक बैंक में महिला कर्मचारी को भी इसमें शामिल किया गया है। महिला और उसके परिजनों के नाम पर गोवर्धनपुर, बड़े रामपुर और सांगीतराई में जमीनें हैं। तीनों जगहों की जमीनें मिलाकर करीब दस एकड़ है। वासु, हेमसागर, ऋषि और स्वर्णकार ने इन जमीनों पर प्लॉट काट लिए हैं। महिला ने इन चारों को ठेके पर जमीन दी है ताकि प्लॉटिंग में इनका नाम न आए। एकड़ के हिसाब से जमीन लेकर वर्गफुट में बेचने का कारोबार जबर्दस्त है। बिना डायवर्सन के ही सारे प्लॉट बिक जा रहे हैं।
पटवारी के बेटे के नाम पर रजिस्ट्री
अवैध प्लॉटिंग करने वाली चौकड़ी में एक तो पटवारी का बेटा है। उसके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री भी कराई गई है। बताया जा रहा है कि इसमें ब्लैक मनी उपयोग की गई है। आयकर विभाग की नजरें भी ऐसे मामलों पर हैं। कैपिटल गेन के तहत नोटिस दी जा सकती है। आय से अधिक संपत्ति का भी मामला बन रहा है। बैंक कर्मचारी की संलिप्तता से मामला और भी संदिग्ध हो चुका है।
