गर्डर लगाने का काम पूरा, अब स्लैब डालने सेंटरिंग का काम शुरू, ठेका कंपनी का दावा- 3 माह में तैयार कर देंगे ब्रिज
रायगढ़। अंचलवासियों के लिए एक अच्छी खबर है। जनवरी २०२३ से उन्हें कोतरा रोड आरओबी की सुविधा मिलने लगेगी। दरअसल, ब्रिज निर्माण में बाधा बने गर्डर को लगाने का काम ठेका कंपनी ने आखिरकार पूरा कर लिया है। इसके बाद अब बचे हुए काम को भी युद्धस्तर स्तर पर पूरा करने की तैयारी चल रही है। ठेका कंपनी की मानें उनका प्रयास रहेगा कि २६ जनवरी २०२३ तक आरओबी तैयार हो जाये। इसी टारगेट को लेकर वे काम कर रहे हैं।
कोतरा रोड रेलवे फाटक के कारण रोजाना लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और लंबे जाम की समस्या से जुडऩा पड़ता है मगर अब बहुत जल्द अंचलवासियों को इस समस्या से निजात मिल जायेगी। ७२ करोड़ की लागत से बन रहे कोतरा रोड रेलवे ओवर ब्रिज का काम अब आखिरकार अपने आखिर पड़ाव पर आ ही गया है। मार्च २०२० में शुरू हुए इस निर्माण कार्य को हालांकि अक्टूबर २०२१ तक पूरा हो जाना था मगर इस बीच कोरोना महामारी आने और उसके बाद रेलवे की ओर से लगातार आगे का काम कंप्लीट करने की राह में अड़ंगा डालने से काम आगे नहीं बढ़ सका। दरअसल, २०२१ के अंत में ही आरओबी के ९० प्रतिशत से अधिक काम पूरे हो गए थे। सिर्फ ब्रिज में गर्डर चढ़ाने का ही काम शेष रह गया था। ब्रिज में कुल ३० गर्डर लांच करने थे और इसके लिए रेलवे की अनुमति जरूरी थी क्योंकि बिना रेलवे से ब्लाक मिले यह काम संभव ही नहीं था। दूसरी तरफ रेलवे ने लगातार पत्राचार के बावजूद भी इसे कोई प्राथमिकता नहीं दी। नतीजतन अंतिम चरण में आकर भी ब्रिज का काम अधर में ही लटक कर रह गया था। ऐसे क्षेत्र जहां ब्लाक की दरकार नहीं थी वहां ठेका कंपनी ने 18 गर्डर को पहले ही लांच कर लिया था। बाकी रेलवे पटरी के ऊपर 12 गर्डर लांच करने के लिए कई माह तक रेलवे के परमिशन का इंतजार करना पड़ा। इसमें एक साथ तो नहीं बल्कि रेलवे ने पार्ट-पार्ट में एक-एक घंटे का ब्लाक दिया। सबसे पहले 31 अगस्त को एक घंटे, फिर 8 सितंबर को एक घंटे का ब्लॉक मिला। इस दो घंटे के ब्लॉक में पटरी के ऊपर 7 गर्डर को लांच कर दिया गया है। इसके बाद मेन लाइन में 2 और तीसरी लाइन में 3 मिलाकर कुल 5 गर्डर लांचिंग की शेष रह गया था मगर इसके लिए भी रेलवे ब्लाक देने तैयार नहीं हो रहा था। इस बीच ३० सितंबर को आधी रात को अचानक से रेलवे फिर से एक घंटे का ब्लाक दे दिया। चूंकि ठेका कंपनी पहले से ही पूरी तैयारी के साथ ही ऐसे में समय न गंवाते हुए बचे हुए ५ गर्डर को चढ़ाने का काम भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इसके बाद अब ब्रिज का काम अंतिम पड़ाव तक पहुंच गया है।
जनवरी से आवाजाही हो जायेगी सुगम
गर्डर चढ़ाने का काम पूरा होने के बाद अब ठेका कंपनी ने स्लैब डालने के लिए सेंटरिंग का काम भी शुरू कर दिया है। उनकी मानें तो गर्डर लॉंच होने केे बाद अब ३ माह के अंदर की आरओबी का काम पूरा कर लिया जायेगा। इसके बाद लोगों को आवाजाही करने में काफी आसानी होगी और जाम की परेशानी से भी मुक्ति मिलेगी।
एक बार और पड़ेगी ब्लाक की दरकार
हालांकि स्लैब के काम के लिए भी एक बार रेलवे से ब्लाक की दरकार पड़ेगी। रेलवे लाइन के उपर वाले एरिया के लिए यह जरूरी है। हालांकि ठेका कंपनी को भरोसा है कि इस काम के लिए रेलवे की ओर से देरी नहीं की जायेगी और ऐसा होता है तो २६ जनवरी २०२३ तक काम पूरा कर लिया जायेगा।
क्या कहते हैं दत्ता
कोतरा रोड आरओबी में गर्डर लांच का काम पूरा कर लिया गया है। अब स्लैब डालने के लिए सेंटरिंग लगाने का काम चल रहा है। पूरा प्रयास कर रहे हैं कि ३ माह के अंदर काम कंप्लीट कर लिया जाये। २६ जनवरी २०२३ को हम टारगेट मानकर चल रहे हैं।
– एके दत्ता प्रोजेक्ट मैनेजर
ठेका कंपनी आरओबी
