रायगढ़, 6 दिसंबर। बरसों से सुरक्षित रखे श्मशान भूमि पर सडक़ निर्माण के खिलाफ खडिय़ा समाज ने मोर्चा खोल दिया है। चूंकि, कफन दफन के लिये तड़ोला के बाशिंदों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है, इसलिए उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन में ज्ञापन सौंपते हुए सरपंच के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। पुसौर ब्लॉक के ग्राम तड़ोला के ग्रामीणों ने जनदर्शन में जिलाधीश श्रीमती रानू साहू के नाम अपर कलेक्टर संतन देवी जांगड़े को सौंपे आवेदन में बताया कि सालों पहले उनके पूर्वजों ने जो गांव में व्यवस्था बनाई थी, उसे अब सरपंच और सचिव नजरअंदाज करते हुए जबरन प्रस्ताव बनाकर श्मशान घाट में सडक़ बनवाने पर तूले हैं।
खड़िया समाज के पंचराम ने बताया कि गांव में क्रियाकर्म के लिये जो व्यवस्था बनी हुई है, उसे सरपंच तथा सचिव जैसे बेहद जिम्मेदार पर पर बैठे लोग मिटाने की साजिश रच रहे हैं। ग्रामीणों को आशंका है कि श्मशान में सडक़ निर्माण के पीछे उस जमीन को अतिक्रमण कर वहां राईस मिल या अन्य कोई व्यावसायिक कार्य होने की चर्चा सरगर्म हैं। अगर यह सच है तो खडिय़ा समाज इसका पुरजोर विरोध करता है, क्योंकि भविष्य में ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्या होगी।
जबकि, असलियत यह है कि श्मशान भूमि वन विभाग की है और उसका उपयोग खडिय़ा बिरादरी के लोग आज से नहीं, बल्कि बरसों से मरघट के रूप में करते आ रहे हैं। ऐसे में इस जमीन पर सरपंच की मनमानी सही नहीं है।
